Search

आभा कार्ड बनवाने पर जोर, NCD कार्यक्रम की धीमी प्रगति पर नाराजगी

Ranchi: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा ने राज्यभर के स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की है कि आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड यानी आभा कार्ड बनवाने पर विशेष जोर दें. उन्होंने कहा कि मरीजों का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल माध्यम से रखने की यह योजना बेहद उपयोगी है. इससे मरीजों को भी लाभ होता है और इलाज के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को भी सुविधा मिलती है.

 

नामकुम स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान में आयोजित एनपी-एनसीडी की समीक्षा बैठक के दौरान अभियान निदेशक ने कहा कि आभा कार्ड आधार या ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक कर बनाया जा सकता है. उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि मेला, कैंप या स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले लाभार्थियों और मरीजों को आभा कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करें और सहयोग प्रदान करें.

 

बैठक में एनपी-एनसीडी के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ लाल माझी, डॉ अश्विनी, मातृत्व कोषांग की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ पुष्पा समेत अन्य अधिकारी, परामर्शी और विकास साझेदारों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

 

एनसीडी कार्यक्रम की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए अभियान निदेशक ने निर्देश दिया कि लक्ष्य के अनुरूप काम नहीं करने वाले जिलों के एनसीडी कर्मियों की समीक्षा की जाए. उन्होंने साफ कहा कि बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले कर्मियों का मानदेय रोक दिया जाएगा. साथ ही राज्यस्तरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि हर दो महीने पर गहन समीक्षा की जाए और माहवार लक्ष्य तय किए जाएं.

 

अभियान निदेशक ने सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों और प्रशिक्षकों का व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर कार्य को आसान करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कार्य दिए जाएं और समय-समय पर उसकी समीक्षा की जाए. बैठक में जिलों से आए एनसीडी पदाधिकारियों और कर्मियों से यह भी कहा गया कि वे अपने काम के प्रदर्शन से अपनी पहचान बनाएं.

Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.

 

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp