Ranchi : सदर अस्पताल में कुल 300 मरीज भर्ती हैं. सदर में कई मरीज ऐसे हैं, जो ठीक होने के बाद भी घर नहीं जा रहे. मरीजों का कहना है कि रिपोर्ट निगेटिव नहीं आई है. इसलिए घर नहीं जा रहे. जबकि सदर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि यहां वैसे मरीज ही भर्ती रखे जा रहे हैं, जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है. ऑक्सीजन की समस्या खत्म हो जाने पर उन्हें होम आइसोलेशन के लिए भेज दिया जा रहा है, ताकि दूसरे मरीजों को अस्पताल में भर्ती लिया जा सके. रविवार को 18 मरीज ऐसे थे, जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत नहीं थी पर वे घर नहीं जाना चाह रहे थे. काफी समझाने के बाद उन्हें होम आइसोलेशन में भेजा गया.
सदर में मरीजों ने स्टॉक कर रखा है तीन से छह सिलेंडर
सदर में एक-एक मरीजों ने तीन से छह सिलेंडर तक स्टॉक कर रखा है. इसलिए कई अन्य मरीजों को सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे आपधापी हो रही है. फिर भी मरीजों के पास एक सिलेंडर तो उपलब्ध है. चौथे तल्ले के रूम नंबर 12 में मरीज ने छह सिलेंडर, रूम नम्बर 6 में पांच सिलेंडर, एमओ रूम में 5 सिलेंडर के अलावा करीब 50 मरीजों के पास दो सिलेंडर का स्टॉक था. ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसी जी अलर्ट के इंचार्ज अजीत कुमार ने बताया कि एक एक लोग कई सिलेंडर स्टॉक कर रखे हैं. खाली भी बाहर नहीं कर रहे, रिफिलिंग में तेजी से कैसे आएगी. हम फिर भी प्रयास कर रहे हैं कि किसी को ऑक्सीजन की दिक्कत ना हो. एक दिन में चार बार ट्रक से ऑक्सीजन रिफिल होकर आ रहा है.
उपाधीक्षक और मजिस्ट्रेट खुद लेते रहे जायजा
सदर अस्पताल में शनिवार की तरह किसी मरीजों को दिक्कत ना हो इसलिए सदर के उपाधीक्षक डॉ मंडल और मजिस्ट्रेट अभिषेक आनंद ने सभी फ्लोर में मरीजों से खुद जायजा लिया. अभिषेक आनंद ने बताया कि मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर खाली होने पर भी नहीं निकाल रहे, इसलिए रिफिलिंग की समस्या आ रही है. लोग पैनिक होकर स्टॉक कर ले रहे हैं.