Ranchi : नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में परीक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. बेहद शर्मनाक है कि शैक्षणिक सत्र शुरू हुए आठ महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक एक भी कक्षा की परीक्षा नहीं हो पाई है. सवाल यह है कि यदि परीक्षाएं नहीं हुई तो बच्चे अगले कक्षा में प्रोन्नत कैसे होंगे? बिना परीक्षा के बच्चों का मूल्यांकन कैसे होगा?
सरकार जेपीएससी और जेएसएससी परीक्षा आयोजित करने में फिसड्डी है ही, लेकिन स्कूलों में परीक्षा न करा पाना सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है, जिसका खामियाजा 45 लाख बच्चों को भुगतना पड़ेगा. सीएम से कहा कि अगर आपको शिक्षा विभाग की समीक्षा करने का समय नहीं मिल पा रहा है, तो बेहतर होगा कि इसकी जिम्मेदारी किसी सक्षम मंत्री को सौंप दें. आपके बच्चे तो महंगे निजी स्कूलों में बेहतरीन शिक्षा पा लेंगे, लेकिन गरीब परिवारों के लाखों बच्चे आपके नाकामी का बोझ उठाने को मजबूर हैं.
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