Nagpur : समाज में कुछ लोग ऐसे होने ही चाहिए जो सरकार के गलत फैसलों के खिलाफ अदालत में याचिका दायर करें. इससे राजनेता अनुशासित होंगे. क्योंकि सरकार में मंत्री भी वह काम नहीं कर सकते जो अदालती आदेश से हो सकता है. लोकप्रिय राजनीति राजनेताओं और मंत्रियों के आड़े आती है.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह बयान देकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. श्री गडकरी नागपुर में स्वर्गीय प्रकाश देशपांडे स्मृति कुशल संगठक पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे.
उन्होंने लोक प्रशासन में अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए सरकार के खिलाफ अदालती मामले दायर करने की ज़रूरत पर बल दिया. कहा कि अदालती आदेश से ऐसे काम हो सकते हैं जो सरकार भी नहीं कर सकती.
श्री गडकरी ने कहा कि इस कार्यक्रम में जिन लोगों को कुशल संगठक के रूप में सम्मानित किया गया, उन्होंने सरकार के खिलाफ कई कानूनी लड़ाइयां लड़ी हैं. भाजपा नेता गडकरी ने कहा कि इन कुशल संगठनों ने शिक्षा क्षेत्र में गलत सरकारी फैसलों के खिलाफ कई मामले अदालत में दायर किये.
कई मामलों में सरकार को अपने फैसले वापस लेने के लिए विवश किया. केंद्रीय मंत्री का यह बयान भारत की न्यायपालिका के लिए महत्वपूर्ण टिप्पणी माना जा रहा है. साथ ही श्री गडकरी का बयान सरकार के लिए चेतावनी भी माना जा रहा है.
                
                                        

                                        
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