Gayaji : कड़ाके की ठंड ने लोगों की जिंदगी कठिन बना दी है. भीषण ठंड से बचने के लिए लोग अलाव जलाते है. गयाजी जिले में बोरसी जलाकर सोए परिवार के साथ एक बड़ा हादसा हो गया.
यहां बोरसी के गैस से दम घुटने के कारण तीन की मौत हो गई है. यह घटना जिले के वजीरगंज प्रखण्ड के कुर्कीहार महादलित टोला से सामने आया है, जहां बोरसी जलाकर सोते समय नानी समेत दो बच्चों की मौत हो गई.
घटना की जानकारी तब हुई जब बुधवार की सुबह परिवार की सदस्य काजल देवी ने अपनी मां मीना देवी और बच्चों को जगाने की कोशिश की. कमरे में बेहोशी की हालत में तीनों पाए गए. तुरंत स्थानीय चिकित्सक को बुलाया गया, लेकिन चिकित्सक ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के अनुसार, घटना के समय परिवार के चार सदस्य एक ही कमरे में सो रहे थे. ठंड से बचने और कमरे को गर्म रखने के लिए उन्होंने बोरसी जलाई थी. कमरे के बंद होने और वेंटिलेशन न होने के कारण बोरसी से निकलने वाली गैस कमरे में भर गई. इससे ऑक्सीजन की कमी हो गई और तीन लोगों की जान चली गई.
हादसे के बाद कुर्कीहार महादलित टोला में मातमी सन्नाटा छा गया है. पड़ोसी और रिश्तेदार भी हादसे से गहरे सदमे में हैं. लोगों का कहना है कि ठंड से बचने के लिए बोरसी और अलाव का उपयोग करना आम बात है, लेकिन कमरे में उचित वेंटिलेशन न होने से यह हादसा हुआ.
पुलिस ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है. प्रशासन ने जनता से अपील की है कि सर्दियों में अलाव और बोरसी का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरती जाए और विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए हमेशा सुरक्षित व्यवस्था की जाए.
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