Hazaribagh: हजारीबाग बार एसोसिएशन के अधिवक्ता बासुदेव साव ने पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव पर उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने और बर्बाद करने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है. यह घटना हजारीबाग कोर्ट परिसर में हुई, जब योगेन्द्र साव ने जमानत फीस वापस मांगने को लेकर हंगामा किया और अधिवक्ता को सार्वजनिक रूप से धमकाया.
अधिवक्ता बासुदेव साव के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब वे न्यायालय कक्ष में अपने मुवक्किलों के मामलों पर काम कर रहे थे. उसी दौरान योगेन्द्र साव ने उन्हें और उनके बेटे,अधिवक्ता प्रवीण प्रकाश को लगातार फोन किया.
जब प्रवीण प्रकाश यशवंत सिन्हा विधि भवन में हॉल नंबर-2 पहुंचे, तो योगेन्द्र साव ने उनसे एक पुराने मामले की फाइल और शिकायत से संबंधित दस्तावेज मांगी. अधिवक्ता पिता-पुत्र ने तुरंत सभी फाइलें योगेन्द्र साव को दे दीं. कुछ देर बाद बासुदेव साव वहां पहुंचे, तो योगेन्द्र साव ने उनसे उस मामले की फीस के तौर पर दिए गए पांच हजार रुपये वापस मांगे, जिसमें दो अलग-अलग अदालतों, द्वितीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश और चतुर्थ जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा जमानत दी गई थी.
इस मामले में सुलहनामा के आधार पर जमानत मंजूर की गई थी. जब बासुदेव साव ने फीस लौटाने का विरोध किया, तो योगेन्द्र साव ने उनके बेटे को "खैरियत नहीं होगी" कहकर धमकाया. इसके बाद योगेन्द्र साव ने अधिवक्ता बासुदेव साव को रूम नंबर 3 में ले जाकर दामोदर सिंह और कई अन्य अधिवक्ताओं के सामने धमकी दी.
उन्होंने कहा कि तुम्हें हम बर्बाद कर देंगे, हम लोगों को जेल जाने का कोई परवाह नहीं है. बासुदेव साव ने अपनी शिकायत में कहा है कि योगेन्द्र साव एक आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और कभी भी कोई अप्रिय घटना कर सकते हैं. उन्होंने आशंका जताई है कि योगेन्द्र साव अपने आदमियों, रिश्तेदारों या स्वयं के माध्यम से उन्हें और उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
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