Ranchi: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह सरकार इस आपदा में पूर्णतः फेल साबित हुई है. केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ने के बजाए मरीजों की जान बचाने में सरकार को ध्यान केंद्रित करना चाहिए. अस्पतालों में लोग व्यवस्था के अभाव में तड़प रहे हैं. दवा, ऑक्सीजन, वैक्सीन रहते हुए लोग बेहाल दिख रहे हैं. मरीज तड़प रहे हैं और अस्पतालों में बेड के लिए बोली लगायी जा रही है. एक ओर वेंटिलेटर के अभाव में मरीज की मौत हो रही है दूसरी ओर सरकार की लापरवाही के कारण पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर इंस्टॉल तक नहीं किया जाना दुःखद है. पीएम केयर से मिले पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद अब तक नहीं हो पाना भी दुःखद है.
देश को इस संकट से उबरना ही प्रधानमंत्री का ध्येय
दीपक प्रकाश ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण के दूसरे वेब से निपटने में दिन रात लगी हुई है. इसके तहत देश के विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 450 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की सुरक्षा आपूर्ति की गई. ऑक्सीजन मैत्री के अंतर्गत सऊदी अरब से 80 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है. इस्पात संयंत्रों के द्वारा 3131 मैट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है. एयर फोर्स का IAF C-17 दुबई से छह क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर को लेकर भारत आया. ऑक्सीजन टैंकरों की यात्रा समय को कम करने के लिए रेलवे और वायु सेना की तैनाती की जा रही है. आवश्यक दवाओं और इंजेक्शन की जमाखोरी एवं कालाबाजारी पर सख्ती. केंद्र ने राज्यों को 15 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक निशुल्क उपलब्ध करवाई है. पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 80 करोड़ गरीबों के लिए अनाज मुहैया करवा रही है.
पीएम केयर फंड हो रहा है वरदान साबित
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पीएम केयर्स फंड से 100000 पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे जाएंगे. डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रौद्यागिकी पर आधारित 500 और PSA ऑक्सीजन संयंत्र पीएम केयर्स फंड के तहत स्वीकृत किए जाएंगे. पीएम केयर्स फंड के माध्यम से देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 551 PAF ऑफ ऑक्सीजन उत्पाद संयंत्र स्थापित किया जाएगा. परिस्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन और ऑक्सीजन रिलेटेड इक्विपमेंट्स से कस्टम ड्यूटी व स्वास्थ्य सेस हटा दिया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 स्ट्रेन टू को केंद्र सरकार ने पूरी गंभीरता से लिया है. इससे निपटने के लिए 18 से ज्यादा उम्र के नागरिकों को वैक्सीन रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू हो गया है. विदेशी वैक्सीन को भी भारत में डिस्ट्रीब्यूशन की अनुमति दी गई है. हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य योजना बनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री खुद सभी राज्यों के संपर्क में हैं.
सेवा ही संगठन को मूर्त रूप देने में लगी है भाजपा
दीपक प्रकाश ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशों पर झारखंड भाजपा के कार्यकर्ता सेवा ही संगठन अभियान का विस्तार करने में लगी हुई है. इसके तहत मरीजों के घरों में भोजन पहुंचाना, फेस कवर, राशन किट, हेल्पलाइन के तहत जरूरतमंदों को बेड, ऑक्सीजन, दवा और डॉक्टर की सलाह दी जा रही है. कार्यकर्ता स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, टीकाकरण अभियान और वरिष्ठ नागरिक बुजुर्गों की सेवा में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से निपटने के लिए पार्टी कार्यकर्ता द्वारा लगातार मानवहित में कार्य जारी है. हेल्पलाइन नंबर और समिति बनाकर सेवा कार्य किया जा रहा है.
वैक्सीन रहते हुए केंद्र पर दोषारोपण कर रही हेमंत सरकार
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वैक्सीनेशन अभियान में पिछड़ रही है. वैक्सीनेशन टारगेट को पूरा करने में यह सरकार अक्षम साबित हुई है. सरकार के पास अभी भी 6 लाख 46 हजार 644 वैक्सीन उप्लब्ध हैं. लगभग 32 लाख लोगों ने वैक्सीन लिया है. इस बीच 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू कर दिया गया है. सरकार वैक्सीन नहीं होने का झूठा आरोप लगा कर अपनी विफलता का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बड़े बोल बोलकर अपनी नाकामी को छुपा नहीं सकते. राज्य के स्वास्थ्य हालात पर उनके ही दल के मंत्री व कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय मे बड़े बोल नहीं बल्कि बड़े कार्य करना है.