: राज्यसभा के उपसभापति से मिलकर बीजीएच की स्थिति में सुधार की मांग
छत्तीसगढ़ कोरिडोर से हाथियों के आने का अनुमान
बता दें कि वर्ष 2015 में अंतिम बार बाघ देखा गया था. वर्ष 2018 तक बेतला में बाघों की संख्या शून्य थी. हालांकि वर्ष 2020 में बेतला में एक बाघिन की मौत होने की खबर चर्चा में आयी थी. बताया जाता है कि वर्तमान में जो बाघ इन दिनों पीटीआर के कुटकू एवं आसपास के क्षेत्रों में देखा जा रहा है वह छतीसगढ़-एमपी कोरिडोर से पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) मे प्रवेश किया है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि हाथियों का झुंड भी इसी कोरिडोर से पीटीआर में प्रवेश किया हो. हालांकि इन दिनों पीटीआर क्षेत्र के महुआडांड़ व नेतरहाट में भी जंगली हाथी देखे जा रहे हैं और ये हाथी जानमाल की क्षति कर रहे हैं. विगत एक पखवाड़ा से हाथी महुआडांड़ व नेतरहाट क्षेत्र में उत्पात मचा रहे हैं. इसे भी पढ़ें : जनता">https://lagatar.in/the-state-government-is-reneging-on-the-promises-made-to-the-public-lathi-charge-on-the-youth-is-unfortunate-nayak/">जनतासे किए वादों से मुकर रही राज्य सरकार, युवाओं पर लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण- नायक [wpse_comments_template]

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