New Delhi : लद्दाख के लेह में हुई हिंसा के बाद सोनम वांगचुक फिर सुर्खियों में हैं. गृह मंत्रालय ने लद्दाख हिंसा को लेकर सोनम वांगचुक खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं.गृह मंत्रालय द्वारा बयान जारी कर कहा गया है कि सोनम वांगचुक ने अपने भड़काऊ बयानों के माध्यम से भीड़ को उकसाया था.
हिंसक घटनाओं के बीच, उन्होंने अपना उपवास तोड़ा और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोई व्यापक प्रयास किये बिना एम्बुलेंस से अपने गांव चले गये.
सुरक्षा एजेंसियों की नजर काफी दिनों से वांगचुक पर थी. एक खबर सामने आयी है कि सीबीआई सोनम वांगचुक और उनकी संस्था के खिलाफ विदेश से मिली फंडिंग की जांच कर रही है. जांच पिछले 2 महीने से जारी हैं.
अहम बात यह है कि सोनम वांगचुक इसी साल 6 फरवरी को पाकिस्तान गये थे. पाकिस्तान यात्रा उसे संदिग्ध बना रही है. सोनम के खाते में विदेशी अवैध फंडिंग और उसकी पाकिस्तान यात्रा पर सवाल उठ खड़े हुए है
सीबीआई ने सोनम वांगचुक की NGO हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड लर्निंग (HIAL) के खिलाफ कथित FCRA उल्लंघन की जांच शुरू की थी. इसी साल अगस्त में लद्दाख प्रशासन ने HIAL की जमीन आवंटन रद्द किया था.
बुधवार को बंद के आह्वान पर लेह शहर में बाजार बंद था. बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एनडीएस स्मारक मैदान में जमा हुए. उसके बाद छठी अनुसूची और पूर्ण राज्य के समर्थन में नारे लगाते हुए सड़कों पर निकले. प्रदर्शनकारी में शामिल कुछ लोगों ने भाजपा कार्यालय और हिल काउंसिल के मुख्यालय पर पथराव किया और आग लगा दी.
कई वाहनों को फूंक दिया गया. हालात बिगड़ते देख पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े. फायरिंग की. 4 लोगों की मौत हो गयी. कई लोग घायल हो गये. सोनम वांगचुक ने लेह हिंसा पर दुख व्यक्त करते हुए इसके लिए युवाओं में बढ़ रही हताशा को जिम्मेदार करार दिया.
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