Ranchi : राजधानी रांची में लोगों को उन्नत हृदय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, 'हृदयम' (ए सेंटर फॉर कम्प्लीट कार्डियक केयर) का भव्य उद्घाटन हुआ. मंगलवार को सलुजा टॉवर, पीपी कॉम्प्लेक्स, सुजाता चौक में स्थित इस अत्याधुनिक क्लिनिक का उद्घाटन डॉ धनंजय कुमार (डीएम कार्डियोलॉजी) के पिता श्री रामराज सिंह के कर-कमलों द्वारा किया गया.
यह केंद्र झारखंड में हृदय रोग के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम है. यहां आधुनिक डायग्नोस्टिक उपकरण, उन्नत कार्डियक केयर यूनिट्स और उच्च प्रशिक्षित कार्डियोलॉजिस्ट की टीम मौजूद है, जो हृदय संबंधी रोगों के संपूर्ण उपचार के लिए समर्पित है.
उद्घाटन समारोह में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
उद्घाटन समारोह में कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे जिनमें एडीजी प्रिया दुबे, आईजी विजय लक्ष्मी, रांची डीसी मंजूनाथ भजन्त्री, एसएसपी रांची राकेश रंजन लातेहार एसपी कुमार गौरव, आईएएस श्री आशीष शामिल थे.
समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के महत्व पर जोर दिया
इस अवसर पर अतिथियों ने हृदय रोगों की रोकथाम, समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने विश्वास जताया कि 'हृदयम' रांची और आसपास के जिलों के लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा.
विश्वस्तरीय सुविधाएं एक ही छत के नीचे
हृदयम' में ईसीजी, इकोकार्डियोग्राफी, ट्रेडमिल टेस्टिंग और कार्डियक रिहैबिलिटेशन जैसी विशेष सेवाएं एक ही जगह पर उपलब्ध होंगी. यह केंद्र अत्याधुनिक तकनीक को मानवीय देखभाल के साथ जोड़कर एक बेहतर अनुभव प्रदान करेगा.
जीवनशैली में सुधार के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है: डॉक्टर धनंजय
डॉ धनंजय कुमार ने बताया कि उनका उद्देश्य सिर्फ इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों में हृदय स्वास्थ्य और जीवनशैली में सुधार के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है. उन्होंने इस संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, ताकि झारखंड के लोग एक स्वस्थ जीवन जी सकें.
डॉ धनंजय कुमार का अंतर्राष्ट्रीय अनुभव
डॉ धनंजय कुमार का चिकित्सा क्षेत्र में व्यापक अंतर्राष्ट्रीय अनुभव है. उन्होंने सीटीओ क्लब, जापान (2022-2025), एशिया पीसीआर, सिंगापुर (2022-2023), यूरो पीसीआर, पेरिस (2024-2025), सीआरएफ टीसीटी, अमेरिका (2024) और इंडो-जापानी सीटीओ (2022, 2024-2025) जैसे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर फैकल्टी और वक्ता के रूप में योगदान दिया है.
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