NewDelhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राहत आयुक्तों और आपदा प्रतिक्रिया बलों के सम्मेलन में कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर हम पर्यावरण संरक्षण के बारे में नहीं सोचेंगे तो हम खुद को आपदा से नहीं बचा सकते.
#WATCH | Delhi | During his address at the Conference of the Relief Commissioners of States and Union Territories and the Disaster Response Forces, Union Home Minister Amit Shah says, "We should move forward keeping environment conservation in our minds. The work that the Indian… pic.twitter.com/gaKdZCVUwZ
— ANI (@ANI) June 16, 2025
आपदा शब्द को अधूरा दृष्टिकोण करार देते हुए कहा कि समग्र दृष्टिकोण में ऐसी धरती का निर्माण शामिल होना चाहिए जहां कोई आपदा न हो. श्री शाह ने कहा, हमें इसी दृष्टिकोण को लोकप्रिय बनाना चाहिए.
अमित शाह ने सम्मेलन में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के गठबंधन (सीडीआरआई) की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत आपदा प्रबंधन में वैश्विक नेता बनने के नजदीक पहुंच गया है.
अमित शाह ने इंटरस्टेट मॉक ड्रिल को सालाना कार्यक्रम बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि राज्यों की मदद के बिना यह संभव नहीं है. कई चक्रवात, कई आपदाएं ऐसी होती हैं जिनके लिए इंटरस्टेट मॉक ड्रिल की आवश्यकता होगी.
राज्यों को इसके लिए मंथन शुरू कर देना चाहिए. अमित शाह ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने इस क्षेत्र में सराहनीय काम किया है.
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