New Delhi : भारत ने आज शुक्रवार को नाटो के महासचिव मार्क रूटे का दावा खारिज करते हुए उसे तथ्यात्मक रूप से गलत और पूरी तरह आधारहीन करार दिया है. दरअसल मार्क रूटे ने अमेरिका द्वारा लगाये गये टैरिफ के बाद यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस की रणनीति पर सवाल उठाये थे.
"Factually incorrect", "entirely baseless": India rejects NATO chief Mark Rutte's claim on PM Modi-Putin phone call, urges caution in public statements
— ANI Digital (@ani_digital) September 26, 2025
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भारत के विदेश मंत्रालय ने रूटे के इस दावे को गलत बताते हुए स्पष्ट किया कि रूस के साथ यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत की ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है. विदेश मंत्रालय मार्क रूटे को सलाह दी है कि वह भविष्य में ऐसी बयानबाजी को लेकर सावधानी बरते.
भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हमने नाटो महासचिव मार्क रूटे के बयान का संज्ञान लिया है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर कथित बातचीत का जिक्र है. यह बयान तथ्यों से मेल नहीं खाता और पूरी तरह झूठा है.
बयान के अनुसार पीएम मोदी ने कभी पुतिन से इस तरह बात नहीं की. ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई. भारत ने मार्क रूटे के दावे की आलोचना करते हुए कहा कि नाटो जैसे महत्वपूर्ण संगठन के प्रमुख को चाहिए कि वह सार्वजनिक बयानों में ज्यादा जिम्मेदारी दिखाये.
विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताते हुए कहा कि नाटो लीडरशिप के बयान ज्यादा सावधानी से दिये जायेंगे. कहा कि प्रधानमंत्री की मुलाकातों को बातचीत को गलत तरीके से पेश करना हमें स्वीकार्य नहीं है.
मामला यह है कि रूटे ने कल गुरुवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर सीएनएन को एक इंटरव्यू दिया था. उसमें दावा किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के भारत पर लगाये टैरिफ का रूस पर बड़ा असर पड़ रहा है.
रूटे ने दावा किया था कि नयी दिल्ली और मॉस्को फोन पर एक दूसरे से संपर्क में हैं. नरेंद्र मोदी यूक्रेन युद्ध पर व्लादिमीर पुतिन को अपनी रणनीति समझाने को कह रहे हैं, क्योंकि भारत को इन टैरिफ से नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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