Lagatar Desk : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 60वें सत्र में भारत ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है. भारत के स्थायी मिशन के सलाहकार क्षितिज त्यागी ने कहा कि अपनी अवाम पर बम गिराने से फुर्सत मिले तो अर्थव्यवस्था सुधारे. भारत ने पाकिस्तान पर इस अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करने और भारत के खिलाफ झूठे और भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया. जेनेवा में आयोजित बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए उसे अपनी आंतरिक समस्याओं पर ध्यान देने की सलाह दी.
At the 60th Session of the Human Rights Council, Kshitij Tyagi, Counsellor, Permanent Mission of India, Geneva, said, "...A delegation that epitomises the antithesis of this approach continues to abuse this forum with baseless and provocative statements against India. Instead of… pic.twitter.com/Os4Sipx7Jg
— ANI (@ANI) September 23, 2025
पहले अपनी अर्थव्यवस्था को वेंटिलेटर से उतारिए
राजनयिक क्षितिज त्यागी ने तीखे शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को सबसे पहले अपनी वेंटिलेटर पर पड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने की जरूरत है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा तब ही संभव होगा जब पाकिस्तान को अपने ही नागरिकों पर बमबारी करने से फुर्सत मिले.
भारत ने खैबर पख्तूनख्वा में पाक सेना की कार्रवाई पर उठाए सवाल
भारत ने खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान सेना द्वारा किए गए हवाई हमलों का मुद्दा भी उठाया. स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, हाल ही में एक गांव पर की गई रातभर की हवाई कार्रवाई में करीब 30 लोगों की मौत हो गई. भारत ने इसे मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला बताया.
भारत में किए गए अवैध कब्जे को छोड़े
क्षितिज त्यागी ने आगे कहा कि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ झूठ फैलाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को चाहिए कि वह हमारे अवैध रूप से कब्जे में रखे भारतीय क्षेत्रों से पीछे हटे और अपने देश में सेना के अत्यधिक प्रभाव, बिगड़ी हुई राजनीति और मानवाधिकार हनन की समस्याओं पर ध्यान दे.
आतंकवाद को पालना बंद करे
भारत ने पाकिस्तान को यह भी याद दिलाया कि वह आतंकवादियों को पनाह देने और प्रतिबंधित संगठनों का समर्थन करने में विश्व स्तर पर बदनाम है. त्यागी ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा और प्रतिबंधित आतंकियों को शरण देता रहेगा, तब तक वह मानवाधिकारों पर कोई नैतिक उपदेश देने की स्थिति में नहीं है.
UNHRC से भारत की अपील
त्यागी ने मानवाधिकार परिषद से निष्पक्षता, समानता और सभी देशों के साथ संतुलित रवैया अपनाने की अपील की. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि परिषद का काम मानवाधिकारों की रक्षा करना है, न कि किसी खास देश के एजेंडे को आगे बढ़ाना.
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