New Delhi : कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सरकार दवारा संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त 2025 तक चलाने के फैसले को लेकर कहा, विशेष सत्र से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने अचानक संसद के मानसून सत्र की घोषणा कर दी.
#WATCH | Delhi: Government has decided to commence Monsoon Session of Parliament from 21st July to 12th August 2025
— ANI (@ANI) June 4, 2025
Congress MP Jairam Ramesh says, "In order to divert attention from the special session, the government suddenly announces the monsoon session of Parliament. The… pic.twitter.com/S69J3Uj1sB
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विशेष सत्र से तो भाग सकते हैं, लेकिन मानसून सत्र से नहीं भाग सकते. संसद सत्र की घोषणा हमेशा कुछ दिन पहले की जाती है, शायद एक सप्ताह या दस दिन पहले की जाती है. जयराम रमेश ने कहा कि इस सत्र की घोषणा 47 दिन पहले की गयी है.
रमेश के अनुसार भारत के संसदीय इतिहास में इससे पहले कभी भी 47 दिन पहले सत्र की घोषणा नहीं की गयी है. कांग्रेस सहित सहयोगी दलों द्वारा पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा करने के लिए संसद के विशेष सत्र की लगातार मांग की जा रही है कि आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जा सका है
जयराम रमेश ने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप के बार-बार के दावे और पीएम का ट्रंप के सामने आत्मसमर्पण, भारत और पाकिस्तान को एक साथ जोड़ना, चीन और पाकिस्तान के बीच बढ़ती सांठगांठ हमारी कूटनीति और हमारी विदेश नीति की विफलता है.
कांग्रेस सांसद ने कहा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने सिंगापुर में खुलासे किये हैं, भारत में नहीं. हम अब इन मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर को चार दिन बाद अचानक क्यों रोक दिया गया? ये वे मुद्दे हैं, जिनका प्रधानमंत्री जवाब नहीं देना चाहते.