Jamshedpur : दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से पूरा पूर्वी सिंहभूम जिला मर्माहत है. शोक सभाओं का दौर जारी है. विभिन्न संगठनों व राजनीतिक दलों के नेताओं ने गुरुजी के निधन पर शोक जताया है. भाजपा नेत्री और जमशेदपुर की पूर्व सांसद आभा महतो ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन से उनका राजनीतिक नहीं, पारिवारिक रिश्ता था. झारखंड आंदोलन में उनके पति शैलेंद्र महतो ने गुरुजी के साथ मिलकर लंबी लड़ाई लड़ी थी. उनका जाना काफी पीड़ादायक है. झारखंडवासी उन्हें कभी नहीं भूल पायेंगे. झारखंड अलग राज्य के आंदोलन के दौरान गुरुजी को कई बार घर छोड़ना पड़ना, परेशानियां सहनी पड़ीं.
टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने दी श्रद्धांजलि
शिबू सोरेन के निधन पर टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की ओर से बुधवार को यूनियन परिसर में शोकसभा का आयोजन किया गया. यूनियन के पदाधिकारियों और कमेटी मेंबरों ने दिशोम गुरु की तस्वीर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. दो मिनट मौन रखकार उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. यूनियन अध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद ने कहा कि गुरुजी सर्वमान्य नेता थे. झारखंड अलग राज्य की स्थापना में उनका अहम योगदान था. महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि शिबू सोरेन सिर्फ आदिवासियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे राज्यवासियों के लिए प्रेरक थे.
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