Jamshedpur: मानगो उलीडीह क्षेत्र अंतर्गत आदिवासी जनकल्याण उच्च विद्यालय का जनसहयोग से जीर्णोद्धार कर दिया गया है. विभिन्न कारणों से यह विद्यालय कई वर्षों से बंद रहा. इधर कोविड-19 के कारण दो वर्ष विद्यालय पूरी तरह बंद हो गया. जिसके कारण भवन जर्जर हो गया था. चाहरदीवारी नहीं होने के कारण मवेशी, लावारिस जानवर एवं असामाजिक तत्वों का जमावाड़ा विद्यालय के प्रांगण में हमेशा लगा रहता था. जिससे बच्चों की उपस्थिति कम रहती थी.
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समिति के सभी सदस्यों ने किया आर्थिक सहयोग
कुछ समय पूर्व स्थानीय लोगों ने बंद हो चुके विद्यालय को पुनः आरंभ करने का प्रयास किया. आदिवासी जनकल्याण उच्च विद्यालय समिति के सदस्यों ने तय किया की अपने आर्थिक सहयोग से विद्यालय जीर्णोद्धार कर विद्यालय को पुनः चालू किया जाएगा. जिससे अभिभावकगण अपने बच्चों को बिना चिंता विद्यालय आसानी से भेज सकें. समिति के सभी सदस्यों ने मिलकर आर्थिक सहयोग किया जिससे विद्यालय नए सत्र के लिए सज धज कर पूरी तरह तैयार हो गया.
दसवीं की परीक्षा में शत-प्रतिशत परिणाम रहा
विगत वर्ष दसवीं की परीक्षा में शत-प्रतिशत परिणाम आने के बाद लोगों का भरोसा विद्यालय के प्रति बढ़ा है. विद्यालय समिति के सदस्य प्रत्येक महीना अपने आर्थिक सहयोग से शिक्षक और शिक्षिकागण का मासिक वेतन का भुगतान करते हैं. समिति के सदस्य सोमेश्वर मुर्मु ने बताया की आदिवासी जनकल्याण उच्च विद्यालय पूरे मानगो की धरोहर है. इस धरोहर को किसी भी हाल में बंद नहीं होने दिया जाएगा. विद्यालय के जीर्णोद्धार में मुख्य रूप से कैलाश बीरूवा, घनश्याम शर्मा ,सुरेंद्र प्रसाद ,संतोष गोराई, सरजू भासके का महत्वपूर्ण भूमिका रही.
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