Vishwajeet Bhatt
Jamshedpur: घाटशिला विधानसभा उपचुनाव-2025 के स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी संचालन के लिये पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी के प्रथम चरण के दो दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत वीमेंस यूनिवर्सिटी, जमशेदपुर में की गई. प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी ने प्रशिक्षण सत्र का निरीक्षण किया तथा प्रशिक्षणार्थियों से संवाद किया. पहले दिन पीठासीन अधिकारी एवं प्रथम मतदान अधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण में मतदान प्रक्रिया के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे ईवीएम, वीवीपैट के संचालन, मतदान पूर्व व पश्चात की प्रक्रियाएं, प्रपत्रों के सही उपयोग तथा मतदान केंद्र की समुचित व्यवस्था पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है.
स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान कर्मचारियों की निष्पक्षता, सजगता और कार्यकुशलता पर निर्भर : कर्ण सत्यार्थी
निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि मतदान दल निर्वाचन प्रक्रिया की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं. मतदान दिवस पर आपकी जिम्मेदारी केवल मतदान संपन्न कराने की नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की गरिमा को बनाए रखने की भी है. उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी के रूप में आपकी नियुक्ति संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान बहुत हद तक मतदान केंद्र पर की गई व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ वहां पर नियुक्त कर्मचारियों की निष्पक्षता, सजगता और कार्यकुशलता पर निर्भर करता है. इस परिप्रेक्ष्य में पीठासीन अधिकारी को मतदान केंद्र से संबंधित विधि, प्रावधान और मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया का पूरा ज्ञान होना चाहिए ताकि वह सहयोगी कर्मचारियों को मार्गदर्शन देने के साथ-साथ कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में आत्मविश्वास के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सके।
मतदान प्रक्रिया के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की दी गई जानकारी
उन्होंने प्रथम मतदान अधिकारियों से उनके दायित्वों से संबंधित प्रश्न पूछे और बताया कि प्रथम मतदान अधिकारी की भूमिका मतदाता की पहचान सुनिश्चित करना, उंगली में निशान लगाना, मतदाता सूची का संधारण करना तथा आवश्यकता पड़ने पर पीठासीन अधिकारी का दायित्व निभाना भी आपके कार्य का हिस्सा है. आप मॉक मतदान से लेकर मतदान समाप्ति तक वेबकास्टिंग के जरिए स्क्रूटनी में रहेंगे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी ताकि प्रत्येक गतिविधि की निगरानी वास्तविक समय में की जा सके. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि वालंटियर केवल सहयोगी भूमिका में रहेंगे और गोपनीयता कक्ष में प्रवेश नहीं करेंगे.
किसी भी परिस्थिति में घबराएं नहीं
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान दलों से कहा किसी भी परिस्थिति में घबराएं नहीं. आपकी सहायता के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट, निर्वाचन पदाधिकारी एवं अन्य वरीय अधिकारी हर समय उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी अधिकारी प्रशिक्षण के दौरान दिए जा रहे प्रत्येक निर्देश को ध्यानपूर्वक समझें, किसी भी शंका का तत्काल समाधान करें और मतदान दिवस पर आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करें.
यह थे उपस्थित
प्रशिक्षण के दौरान विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी राहुल आनंद, प्रभारी पदाधिकारी प्रशिक्षण कोषांग सचिदानंद महतो, सहायक प्रभारी पदाधिकारी डॉ. रजनीकांत मिश्रा, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नेहा संजना खलखो सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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