- डॉ अभय सिंह के प्रमाणपत्र पर प्रैक्टिस कर रहे संजीव सिंह
- संजीव सिंह पर मानगो थाना में दर्ज है एफआईआर
- जांच के लिए सिविल सर्जन कार्यालय नहीं गए संजीव
Jamshedpur (Ranjit Kumar Sharma) : शहर में झोला छाप डॉक्टरों का धंधा बंद नहीं हो रहा है. अब फर्जी डॉक्टर भी लोगों का इलाज करने लगे हैं. इससे लोगों का गलत इलाज हो रहा है. लोगों की जान भी जाती है, लेकिन इन झोला छाप और फर्जी डॉक्टरों का धंधा बंद नहीं हो रहा है. जिला प्रशासन और पुलिस ने कई बार इनके खिलाफ कार्रवाई भी की है. इसके बावजूद कुकुरमुत्ते की तरह झोला छाप डॉक्टर पैदा हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला फर्जी डॉक्टर का सामने आया है.
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इस संबंध में मानगो निवासी लक्की सिंह ने पूर्वी सिंहभूम और झारखंड सरकार के स्वास्थ्य सचिव से लिखित शिकायत भी की है. उन्होंने डॉ अभय सिंह के खिलाफ जांच के लिए मानगो थाना में भी शिकायत की थी. लक्की सिंह ने कहा है कि जमशेदपुर में कदमा के भाटिया बस्ती, अरविंद पथ में रहने वाले संजीव कुमार सिंह फर्जी डॉक्टर हैं. संजीव कुमार सिंह गलत तरीके से डॉक्टर अभय कुमार सिंह का प्रमाणपत्र और लेटर पैड दोनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उनके नाम पर संजीव कुमार सिंह प्रैक्टिस कर रहे हैं.
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शिकायतकर्ता का कहना है कि डॉ अभय सिंह का निधन हो चुका है. संजीव कुमार सिंह अब डॉक्टर अभय कुमार सिंह के नाम से जाने जाते हैं और इस संबंध में पिछले दिनों सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा जांच के दौरान बागबेड़ा के महालक्ष्मी मेडिकल स्टोर के मालिक से भी पूछताछ की गई थी. जांच के लिए संजीव कुमार सिंह को भी सिविल सर्जन कार्यालय में बुलाया गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए थे. इस तरह वे इंसानों की जिंदगी से खेल रहे हैं.
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तीन मई को स्वास्थ्य सचिव का लिखा पत्र
लक्की सिंह ने झारखंड सरकार के स्वास्थ्य सचिव से लिखित शिकायत भी की थी. उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को तीन मई 2024 को लिखे पत्र में कहा है कि पूर्व में संजीव कुमार सिंह के खिलाफ पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन ने पत्रांक 723 दिनांक 26 फरवरी 2024 को जांच की अनुशंसा की थी, लेकिन उन्होंने अपने प्रभाव से इसे रूकवा दिया था. लक्की सिंह ने स्वास्थ्य सचिव से मामले की जांच कर लोगों की जिंदगी बचाने की गुहार लगाई है. उन्होंने इस संबंध में पूर्व में छह जनवरी 2017 को मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया, घाटशिला के तत्कालीन विधायक और निगरानी विभाग को भी पत्र लिखा था.
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अगले सप्ताह फिर होगी जांच और कार्रवाई करेंगे : सिविल सर्जन
इस मामले में सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी से पूछे जाने पर उन्होंने शुभम संदेश अखबार को बताया कि उन्होंने इसके खिलाफ जांच का आदेश एसीएमओ को दिया था. अगले सप्ताह वे फिर इस संबंध में जांच करेंगे. यदि संजीव कुमार सिंह डॉ अभय के नाम पर प्रैक्टिस कर रहे हैं तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए उन्होंने शुक्रवार को अपने मातहत अधिकारियों को पुनः पत्र जारी करने का आदेश दिया है.
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बागबेड़ा में खोला डॉ अभय क्लिनिक
संजीव कुमार सिंह पूर्व में बागबेड़ा महालक्ष्मी मेडिकल स्टोर में डॉ अभय सिंह के नाम पर मरीजों का इलाज करते थे. अब उन्होंने वहां प्रैक्टिस बंद कर दी है. वर्तमान में बागबेड़ा ट्रैफिक कॉलोनी के पास महालक्ष्मी मेडिकल स्टोर से कुछ दूरी पर डॉ अभय क्लिनिक के नाम पर अपना क्लिनिक खोल मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
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थाना में हत्या की धमकी देने व 10 लाख रंगदारी की दर्ज है शिकायत
लक्की सिंह ने बताया कि उन्होंने मानगो थाना में संजीव कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत की तो उसने हत्या करने की धमकी दी. उसने 10 लाख रुपए रंगदारी भी मांगी. उसने कहा कि उसके खिलाफ फर्जी प्रमाणपत्र की जांच रुकवाने को कहा. नौ जनवरी 2024 को दोपहर में उसने पीछा भी किया और बीएच एरिया में रोक कर जबरन कार में बैठाने की कोशिश की. उसके साथ दो अन्य लोग भी थे. लेकिन खींचतान देख वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई तो फर्जी केस में फंसाने की धमकी देते हुए अपने साथियों के साथ फरार हो गया.
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लक्की सिंह के लगाए आरोप झूठे हैं : डॉ अभय
डॉ अभय कुमार सिंह से इस संंबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लक्की सिंह उनकी पत्नी की बहन है. उसके द्वारा लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं. उन्होंने अपने नाम के संबंध में कहा कि संजीव उनका घर का नाम है और अभय कुमार सिंह उनके शैक्षणिक सर्टिफिकेट में है. उन्होंने लक्की सिंह पर केस किया है. वह केस उठाने के लिए दबाव बना रही है. इसलिए झूठे आरोप लगा रही है.
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