Palamu : झारखंड जगुआर के जवान अनीश वर्मा ने ट्रेनिंग के दौरान आत्महत्या कर ली. अनीश वर्मा के परिजन और 200 जैप के जवान पलामू के एमएमसीएच अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया. सभी जैप-8 मुख्यालय के डीएसपी पर आत्महत्या के लिए उकसाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए डीएसपी को सस्पेंड करने की मांग कर रहे थे. साथ ही डीएसपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.
दिनभर की गहमागहमी के बाद शाम को एसपी चंदन सिन्हा ने जैप-8 के मेजर हवलदार कमलेश दुबे को निलंबित कर दिया है. साथ ही डीएसपी दीपक कुमार पर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष करण सिंह ने डीएसपी दीपक कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दीपक कुमार एक हिटलर शाही के रूप में काम कर रहे हैं. इन्होंने पैसे के लिए कई जवान को बेरहमी से पिटवाया है. जवान के आत्महत्या करने की बात जानकर डर से कैंप छोड़कर फरार हो गए हैं. डीएसपी दीपक कुमार के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए और उन्हें अविलंब निलंबित करें, नहीं तो हमलोग आंदोलन करेंगे.
(इसे पढ़ें : वायरस का वार, लोग पड़ रहे बीमार)
संदिग्ध हालत में मिला था जवान का शव
घटना के संबंध में बताया जाता है कि जवान अनीश वर्मा पिछले कुछ दिनों से पलामू के लेस्लीगंज स्थित जैप-8 के मुख्यालय में स्पेशल ट्रेनिंग कोर्स कर रहा था. बुधवार को जब अन्य जवान जब अनीश वर्मा को ट्रेनिंग के लिए उठाने गये तो उसका शव वहां संदिग्ध हालत में मिला. आनन-फानन में अनीश वर्मा के साथी जवान उसे एमएमसीएच ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद जैप 8 और पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.
साथी जवानों ने जैप 8 के डीएसपी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
घटना के बाद जवानों में आक्रोश है. जानकारी के मुताबिक, जवानों ने जैप 8 के मुख्यालय में तैनात एक डीएसपी पर अनीश वर्मा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. जवानों ने बताया कि डीएसपी ने कुछ दिनों पहले जवान को काफी प्रताड़ित किया था, जिसकी वजह से वह तनाव में था. घटना की जानकारी परिजनों को दे दी गयी है. परिजन जमशेदपुर से पलामू के लिए रवाना हो गये हैं.
इसे भी पढ़ें : शेयर बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स 508 अंक चढ़ा, मारुति सुजुकी टॉप गेनर
जैप-8 के मुख्यालय में 400 जवान ले रहे हैं ट्रेनिंग
जैप-8 के मुख्यालय में करीब 400 जवान ट्रेनिंग ले रहे हैं. सभी जवानों को 27 जनवरी से ट्रेनिंग दी जा रही है. इसमें अनीश वर्मा भी शामिल हैं. अनीश वर्मा मूल रूप से जमशेदपुर के बागबेड़ा के बीडी रोड के रहने वाले हैं. वे 2015 से जगुआर में तैनात हुए थे. जगुआर में तैनात होने के बाद अनीश वर्मा बूढ़ापहाड़, सारंडा समेत कई बड़े नक्सल अभियान में शामिल रहे.
इसे भी पढ़ें : बजट सत्र का तीसरा दिन : कांग्रेस सांसद ने अडानी मुद्दे पर राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया
हवालदार मेजर करते थे जवानों को परेशान : एसोसिएशन अध्यक्ष
झारखंड जगुवार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि जैप-8 के हवलदार और मेजर कमलेश दूबे ट्रेनिंग में आये जवानों को परेशान करते थे. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाये.
इसे भी पढ़ें : जमीन के बदले नौकरी मामला : लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे, थोड़ी देर में सुनवाई