Ranchi : आज बुधवार को झारखंड में आदिवासी संगठनों द्वारा आयोजित बंद का व्यापक असर देखा गया. सिरमटोली स्थित सरना धार्मिक स्थल को बचाने और अन्य आदिवासी स्थलों की रक्षा की मांग को लेकर भारी संख्या में सरना धर्मावलंबी सड़कों पर उतरे. बंद के दौरान रांची शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर चक्का जाम रहा जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया.
सुबह 11 बजे से लेकर शाम तीन बजे तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. करीब चार घंटे तक अधिकतर वाहनों के पहिए थमे रहे. शाम चार बजे के बाद के दुकाने खुलने लगीं. लोगो का चहल पहल शुरू हुई.
केद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा एवं आदिवासी बचाओ मोर्चा के बैनर तले बंद का आयोजन किया गया था. इसमें कई आदिवासी संगठनों ने हिस्सा लिया.
प्रदर्शनकारियों ने सिरमटोली फ्लाईओवर रैम्प हटाने की मांग के साथ मरांग बुरू, पारसनाथ पहाड़, लुगु बुरू, पिठोरिया सुतियांबे गढ़, दिउरी दिरी तमाड़, और बेड़ो महदानी जैसे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.
अलबर्ट एक्का चौक से लेकर पिस्कामोड़ तक रहा सन्नाटा
अलबर्ट एक्का चौक, कांके रोड, सिरमटोली चौक, हरमु रोड, पिस्कामोड़ पर सैकड़ों बंद समर्थकों ने टायर जलाकर और बांस-बल्लियों से सड़कों को जाम कर दिया. इस दौरान अधिकांश दुकानों के शटर गिरे रहे और ऑटो-ई-रिक्शा सेवाएं पूरी तरह ठप रहीं.
रेलवे स्टेशन रोड पर यात्री पैदल चलते दिखे
सिरमटोली में जयपाल सिंह मुंडा चौक के समीप बहुबाजार-कांटाटोली और रेलवे स्टेशन जाने वाली सभी सड़कों को बंद समर्थकों ने पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया. यात्रियों को मजबूरी में लंबी दूरी तक पैदल सफर करना पड़ा.
सड़कों पर खिचड़ी पकाकर जताया विरोध
कांके रोड स्थित भीठाटोली और चुडू टोली चौक पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया. विरोध जताने के लिए कई स्थानों पर सड़कों पर खिचड़ी बनाकर सामूहिक भोज भी किया गया.
ग्लैक्सी मॉल के सामने बैरिकेडिंग कर वाहनों को रोका गया
पिस्कामोड़ स्थित ग्लैक्सी मॉल के सामने मधुकम क्षेत्र के आदिवासी समाज के लोगों ने बांस और बैरिकेड्स लगाकर सड़क जाम कर दी. प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार पर आदिवासी समाज की उपेक्षा करने और धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण का आरोप लगाया.
राज्य सरकार के खिलाफ तीखा विरोध
बंद के दौरान बार-बार यह मांग दोहराई गयी कि सरकार आदिवासी स्थलों की रक्षा करे और विकास कार्यों के नाम पर धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाना बंद करे. शराब दुकानों के खिलाफ भी नाराजगी जताई गयी और गांवों में इसके प्रस्ताव का विरोध किया गया।
बहुबाजार और कांके बुध बाजार में सन्नाटा
झारखंड बंद का व्यापक असर बुधवार को शहर के प्रमुख हाट बाजारों में साफ नजर आया. बहुबाजार,मोरहाबादी और कांके बुध बाजार जैसे बड़े हाटों में साग-सब्जी और फलों की दुकानों की रौनक गायब रही. रोज़मर्रा की चहल-पहल वाले इन बाजारों में आज थोड़ा सन्नाटा रहा.
बंद के कारण अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानें नहीं खोली, जिससे खरीदारी के लिए पहुंचे लोग खाली हाथ लौटते नजर आये .आम दिनों में भीड़ से गुलजार रहने वाले ये बाजार आज वीरान दिखे.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बंद की वजह से सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हुई बल्कि दामों में भी उतार-चढ़ाव देखा गया. शाम तीन बजे के बाद लोग अपनी दुकान सजाते हुए दिखे