Ranchi : झारखंड राज्य में रक्त की भारी कमी को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) झारखंड स्टेट ब्रांच ने सभी शाखाओं के अध्यक्षों, सचिवों, चिकित्सकों और आम नागरिकों से रक्तदान शिविर आयोजित करने की अपील की है.
राज्य संयोजक डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि झारखंड के विभिन्न ब्लड बैंकों में रक्त की घोर कमी है. विशेष रूप से राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स, रांची में प्रतिदिन 50 से 60 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, जबकि वर्तमान में ब्लड बैंक में गंभीर अभाव देखा जा रहा है. यही स्थिति राज्य के अन्य जिलों और सरकारी अस्पतालों में भी है.
आईएमए झारखंड के उपाध्यक्ष डॉ आरएस दास, डॉ रितेश रंजन, डॉ के. के. सेहगल, डॉ. बीके पांका, डॉ. आर एन प्रसाद, डॉ. अजय कुमार सिंह, डॉ. गणेश प्रसाद और डॉ. एके लाल ने संयुक्त रूप से कहा कि रक्त की कमी के कारण आपातकालीन सेवाएं, शल्य चिकित्सा, प्रसूति और गहन चिकित्सा इकाइयों में मरीजों के इलाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
IMA ने सभी अस्पतालों, निजी चिकित्सा संस्थानों, एनजीओ और सामाजिक संगठनों से आग्रह किया है कि वे राज्य रक्त आधान परिषद (SBTC) और जिला सिविल सर्जन कार्यालयों के सहयोग से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित करें.
संयोजक मंडल ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह चिकित्सकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा की थी, उसी भावना से अब रक्तदान के इस मानवीय कार्य में भागीदारी सुनिश्चित की जाए.
डॉ. संजय कुमार जायसवाल ने कहा कि आईएमए झारखंड की प्रत्येक ब्रांच अपने-अपने प्रमंडल में इस अभियान को गति दे. उन्होंने कहा कि सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि झारखंड में किसी भी मरीज को रक्त की कमी के कारण परेशानी का सामना न करना पड़े.




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