Ranchi: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘स्वाभिमानी बिरसा’ साप्ताहिक महोत्सव का आज विधिवत शुभारंभ हुआ. इस महोत्सव का उद्देश्य महान जनजातीय नेता धरती आबा बिरसा मुंडा के जीवन, उनके संघर्षों तथा राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को उजागर करना है.
महोत्सव के प्रथम दिवस की शुरुआत निबंध लेखन प्रतियोगिता से हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने “बिरसा मुंडा: उनके योगदान और विचार – एक समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए.
इसके बाद शाम को क्विज प्रतियोगिता के प्रारंभिक चरण का आयोजन हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने बिरसा मुंडा के जीवन और विचारों से जुड़ा अपना ज्ञान प्रदर्शित किया. प्रतियोगिताओं के विजेताओं को 15 नवंबर को सम्मानित किया जाएगा.
कार्यक्रम का नेतृत्व कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने किया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन जनजातीय गौरव दिवस समारोह का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को देश के इतिहास, संस्कृति और जनजातीय नायकों से जोड़ना है.
कुलपति ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के ‘अबुआ राज’ के विचार आज के भारत में भी अत्यंत प्रासंगिक हैं. ऐसे आयोजनों से विश्वविद्यालय न केवल शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि विद्यार्थियों में सामाजिक चेतना और ऐतिहासिक समझ का भी विकास करता है.
महोत्सव के नोडल ऑफिसर डॉ अनुराग लिंडा एवं संयोजक डॉ हृषिकेश महतो ने बताया कि ‘स्वभिमानी बिरसा’ समारोह 15 नवंबर 2025 तक जारी रहेगा. आने वाले दिनों में पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, नाट्य मंचन, अकादमिक, लिटरेरी एवं फिल्म फेस्टिवल, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां जैसी विविध प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.



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