Ranchi : झारखंड सरकार राज्य की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को नई गति देने की तैयारी में है. इसी कड़ी में अगले वर्ष 40 हजार शिक्षकों की बहाली की योजना बनाई गई है. यह नियुक्तियां प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में पहली से पांचवीं तथा छठी से आठवीं कक्षा के लिए सहायक आचार्यों के पदों पर होंगी.
दरअसल सरकार ने पहले सहायक आचार्य के 26,001 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था, लेकिन इस प्रक्रिया में केवल 11 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हो सकी. बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के अभाव और अन्य कारणों से करीब 15 हजार पद खाली रह गए. अब इन रिक्त पदों के साथ-साथ 23,999 नए पदों पर भी बहाली की तैयारी है. इस तरह कुल मिलाकर 40 हजार पदों के लिए एक साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
सरकार मिडिल स्कूलों की स्थिति सुधारने पर भी खास ध्यान दे रही है. जहां अब तक सहायक अध्यापक नेतृत्व कर रहे थे, वहां सहायक आचार्यों की पदस्थापना की जा रही है. साथ ही राज्य में 100 नए सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोलने की योजना पर काम चल रहा है. आने वाले वर्ष में इन स्कूलों को आधुनिक संसाधनों से लैस किया जाएगा और यहां सीबीएसई पैटर्न के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का लक्ष्य रखा गया है.
इधर माध्यमिक शिक्षकों के 1,373 पदों पर बहाली की प्रक्रिया जारी है और जनवरी में परीक्षा होने की संभावना जताई जा रही है. इसके अलावा पहली से आठवीं कक्षा के लिए 3,451 विशेष शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन भी आमंत्रित किए जा चुके हैं
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उल्लेखनीय है कि वर्ष 2025 में राज्य को 11 हजार नए शिक्षक मिल चुके हैं. इनमें छठी से आठवीं कक्षा के लिए स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य के रूप में गणित, विज्ञान, भाषा और सामाजिक विज्ञान के शिक्षक शामिल हैं, जबकि पहली से पांचवीं कक्षा के लिए इंटरमीडिएट प्रशिक्षित सहायक आचार्य बहाल किए गए हैं. सभी शिक्षकों का जिलावार पदस्थापन पूरा कर लिया गया है.
नई शिक्षा नीति को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए सरकार शिक्षकों के निरंतर प्रशिक्षण पर भी जोर दे रही है. इसके तहत राज्यभर में आवासीय और दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर और बेहतर हो सके.
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