Ranchi : शुक्रवार सुबह 8 बजे वेटरन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ झारखंड के प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ से मुलाकात की और झारखंड के पूर्व सैनिकों, वीर नारियों तथा शहीद परिवारों से जुड़ी प्रमुख समस्याओं को उनके समक्ष रखा. बैठक में संगठन ने 10 अहम बिंदुओं पर चर्चा की और राज्य सरकार से ठोस पहल की मांग की.
संगठन ने राज्य में पूर्व सैनिकों को सभी ग्रेड की सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की. साथ ही वीर नारियों और शहीद परिवारों के पुनर्वास के लिए विशेष योजना शुरू करने का प्रस्ताव रखा. उन्होंने यह भी कहा कि देश की सेवा में शहीद होने वाले जवानों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया जाए.
प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि कांके स्थित मनोचिकित्सा केंद्र में कार्यरत पूर्व सैनिकों को नौकरी से न निकाला जाए. साथ ही झारखंड के शहीदों के गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने की मांग की गई.
संगठन ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने के लिए निवेदन करने का निर्णय लिया ताकि राज्य में पूर्व सैनिकों की समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा सके. इसके अलावा वर्ष 2026 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित झारखंड दौरे की पूर्व सूचना देने और एक इंटीग्रेटेड जवान भवन के निर्माण की भी मांग की गई, जहां पूर्व सैनिक, वीर नारी और शहीद परिवारों को एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं मिल सकें.
अंत में संगठन ने राज्य के सभी पूर्व सैनिक संगठनों से एकजुट होकर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष वृहद रूप में रखने का आह्वान किया. बैठक में अध्यक्ष मुकेश कुमार, कोषाध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद, एवं सदस्य ज्ञानचंद, लकड़ा गुयाना, हिरेन, रवि, सुखराम, सुनील, डीएन महतो, विजय, जोसेफ, खालको, राजेश ऋषभ और कालेश्वर उपस्थित थे.



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