Ranchi : दुबई में आयोजित इंटरनेशनल अपैरल एंड टेक्सटाइल फेयर 2025 में झारखंड सरकार के उद्योग विभाग ने अपने परिधान और वस्त्र क्षेत्र की मजबूत क्षमता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव ने झारखंड राज्य पवेलियन का उद्घाटन किया, जहां राज्य की पारंपरिक कला, जैविक परिधान मॉडल और स्थानीय कारीगरों की दक्षता ने अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और निवेशकों का ध्यान खींचा.
कार्यक्रम में झारखंड के जीआई टैग वाले तसर रेशम, खादी, बांस आधारित उत्पाद, जूट क्राफ्ट, सोहराई और रांची व आसपास की जनजातीय कलाओं की बेहतरीन झलक पेश की गई.
झारक्राफ्ट की ओर से कौशल विकास, आधुनिक उत्पादन सुविधाओं और महिला तथा जनजातीय कारीगरों की सहभागिता पर आधारित नवाचार भी प्रदर्शित किए गए. इससे राज्य की एकीकृत कपड़ा नेटवर्क क्षमता जिसमें सिल्क पार्क, बुनाई क्लस्टर, डिजाइन इकाइयां और परिधान निर्माण शामिल हैं को वैश्विक मंच मिला.
उद्घाटन समारोह में एमएसएमई झारखंड के प्रतिनिधि, जजटियात कल्याण आयुक्त, उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव तथा झारक्राफ्ट से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे. सभी ने झारखंड के परिधान और वस्त्र क्षेत्र को मजबूत दिशा देने के सरकारी प्रयासों पर संतोष जताया.
राज्य का लक्ष्य आईएटीएफ के ई-नेटवर्किंग, बिजनेस मीटिंग और सोर्सिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्थानीय एमएसएमई और कारीगर समूहों को अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जोड़ना है. झारखंड पूर्वी भारत का मुख्य कपड़ा केंद्र बनने की दिशा में कार्यरत है, जिसमें रेशम और तसर उत्पादन को अधिक विस्तार देना प्रमुख लक्ष्य है.
दुबई में बनी संभावनाओं ने इस यात्रा को और गति दी है. मंत्री ने वैश्विक डिजाइनरों, ब्रांडों और निवेशकों को झारखंड में अवसर खोजने तथा दीर्घकालिक सहयोग के लिए आमंत्रित किया.



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