Ranchi : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने शनिवार को रांची में प्रेस वार्ता कर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि झामुमो बिहार में महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा और एनडीए की सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी तैयारी में है.
भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और झारखंड की तरह वहां भी विकास की नई दिशा देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि झारखंड और बिहार का रिश्ता सिर्फ बेटी-रोटी का नहीं, बल्कि बड़े भाई-छोटे भाई जैसा है, इसलिए झामुमो का यह संघर्ष साझा सामाजिक और राजनीतिक भावना से जुड़ा है.
उन्होंने कहा कि झारखंड की तरह बिहार में भी आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग लंबे समय से हाशिये पर हैं. झामुमो इन वर्गों की आवाज बनकर चुनावी मैदान में उतरेगा.
भट्टाचार्य ने बताया कि पिछली बार झामुमो ने महागठबंधन में रहते हुए आरजेडी को 7 सीटें दी थीं, जिनमें से एक पर जीत मिली थी और उस विधायक को पूरे कार्यकाल मंत्री पद दिया गया था. इस बार झामुमो ने 5 प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 6 सीटें आरजेडी को देने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि झामुमो की केंद्रीय समिति की बैठक 15 अक्तूबर को होगी, जिसमें सीटों पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. भट्टाचार्य ने साफ कहा कि झामुमो एक स्वतंत्र राजनीतिक दल है और यदि स्थिति की मांग हुई तो पार्टी खुद के उम्मीदवार उतारने में सक्षम है.
उन्होंने यह भी संकेत दिए कि यदि सीट बंटवारे में सम्मानजनक समझौता नहीं हुआ, तो पार्टी कई सीटों पर प्रचार से दूरी बना सकती है. घाटशिला समेत कई महत्वपूर्ण सीटों पर पार्टी रणनीति तैयार कर रही है ताकि किसी भी स्थिति में संगठन मजबूत रहे और चुनाव में उसकी भूमिका निर्णायक साबित हो.
भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो राजनीति में सम्मानजनक साझेदारी और समान भागीदारी में विश्वास रखता है. उन्होंने भरोसा जताया कि बिहार की जनता इस बार बदलाव की दिशा में मतदान करेगी और महागठबंधन को स्पष्ट जनादेश देगी.
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