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कुड़मी का कोई वजूद नहीं : लक्ष्मीनारायण

  • रेल टेका आंदोलन भाजपा प्रायोजित : कुंदरसी मुंडा
  • 28 सितंबर को सामाजिक बैठक तय

Ranchi : कुड़मी समाज की ओर से रेल टेका आंदोलन को लेकर आदिवासी समाज के बीच तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. आदिवासी नेता लक्ष्मीनारायण मुंडा ने कहा कि कुड़मी का कोई वजूद नहीं है. 

 

मुंडारी, संथाली और भूमिज सभी एक भाषा और संस्कृति से जुड़े हैं. लेकिन कुड़मियों को कोई भाषा नहीं मिलता है. आदिवासी मुद्दे पर 28 सितंबर को आदिवासी समाज की बड़ी सामाजिक बैठक बुलायी गयी है, जिसमें आंदोलन के खिलाफ आगे की रणनीति तय की जाएगी.
 

इधर, कुंदरसी मुंडा ने आंदोलन को पूरी तरह भाजपा प्रायोजित करार दिया है. आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने आंदोलनकारियों को हटाने का साहस नहीं दिखाया, क्योंकि यह सब केंद्र सरकार के इशारे पर चल रहा था. आदिवासियों के समर्थन में कोई भी राजनीतिक पार्टी खुलकर सामने नहीं आ रही है.

 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो को तत्काल हटाया जाए

नगड़ाटोली सरना भवन में जय आदिवासी केद्रीय परिषद अध्यक्ष निरंजना हेरेंज ने कहा किस कांग्रेस  प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार महतो ने कुड़मियो के समर्थन में बयान दिया है, इसकी वजह से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग की गई.

 

केंद्र सरकार के पहल पर रेल टेका आंदोलन केंद्र के संरक्षण में किया गया. यह आदोलन में डुमरी विधायक जयराम महतो की अहम भूमिका है. इन पर केस दर्ज होना चाहिए, क्योकिं रेल टेका आंदोलन से लाखो यात्रियो को परेशानी का सामना करना पड़ा.

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