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लातेहार: एक लाख का इनामी PLFI नक्सली आलोक यादव ने किया सरेंडर

जिले से नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में पुलिस को बड़ी सफलता

 
Latehar : लातेहार जिले से नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के पुलिस के प्रयासों को शुक्रवार को एक बड़ी सफलता मिली है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) का एक लाख रुपये का इनामी हार्डकोर नक्सली आलोक यादव उर्फ चंद्रशेखर यादव ने लातेहार एसपी कुमार गौरव के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.

 हथियार और कारतूस के साथ किया सरेंडर 

आत्मसमर्पण के दौरान आलोक यादव ने पुलिस को एक देसी कार्बाइन और चार जिंदा कारतूस भी सौंपे. वह झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति 'नई दिशा' और पुलिस के लगातार बढ़ते दबाव से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटा है.

 35 आपराधिक मामलों में था वांछित 


नक्सली आलोक यादव न केवल पीएलएफआई का हार्डकोर सदस्य था, बल्कि उसके खिलाफ लातेहार, चतरा और रांची जिले के विभिन्न थानों में कुल 35 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे. पुलिस के अनुसार, आलोक यादव पहले भी जेल जा चुका है, लेकिन रिहा होने के बाद वह फिर से पीएलएफआई संगठन में शामिल हो गया और लातेहार क्षेत्र में कई छोटी-बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम देता रहा.

 नई दिशा' नीति का दिख रहा असर 

लातेहार जिले में पुलिस द्वारा नक्सल विरोधी अभियान लगातार चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत पुलिसकर्मी नक्सलियों के घरों पर जाकर आत्मसमर्पण करने से जुड़े इश्तेहार चिपका रहे हैं. इस पहल का सीधा असर अब सामने आने लगा है.एसपी कुमार गौरव के मुताबिक, इस विशेष अभियान के तहत अब तक 23 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. लातेहार एसपी कुमार गौरव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नक्सलियों के लिए अब केवल दो ही रास्ते बचे हैं,सरकार की आत्मसमर्पण नीति ‘नई दिशा’ के तहत मुख्यधारा में लौटें, या पुलिस की सख्त कार्रवाई का सामना करें. एसपी ने जोर देकर कहा कि पुलिस का अभियान जारी रहेगा और लातेहार जिले से नक्सलवाद का पूर्ण खात्मा करना ही हमारा लक्ष्य है.


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