Saurav Singh/Ashish Tagore
Latehar : पुलिस की दबिश से परेशान होकर जेजेएमपी उग्रवादी संगठन का सब जोनल कमांडर और पांच लाख इनामी लवलेश गंझू ने सरेंडर कर दिया है. मंगलवार को लातेहार एसपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पलामू जोनल आईजी सुनील भास्कर, एसपी कुमार गौरव और सीआरपीएफ अधिकारियों की मौजूदगी में लवलेश गंझू ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. पुलिस अधिकारियों ने लवलेश गंझू को बुके और शॉल भेंट कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ने की बधाई दी. अधिकारियों ने उसे पांच लाख का प्रतीकात्मक चेक भी सौंपा.
पप्पू लोहरा के मारे जाने के बाद अकेला बचा था लवलेश गंझू
बता दें कि जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के सुप्रीमो पप्पू लोहरा और सब जोनल कमांडर प्रभात गंझू को पुलिस ने पिछले महीने एक मुठभेड़ में मार गिराया था. इसके बाद लवलेश गंझू संगठन में एक मात्र टॉप नक्सली बचा था. वह पुलिस से बचने लिए इधर-उधर भागा फिर रहा था. एनकाउंटर के दौरान लवलेश गंझू कई बार पुलिस से भी बचकर भाग निकला था. उसकी तलाश में पुलिस लगातार अभियान चला रही थी. इससे परेशान होकर लवलेश ने सरेंडर कर दिया.
लातेहार सहित अन्य इलाके में दर्ज हैं कई केस
लवलेश गंझू लातेहार जिले के बालुमाथ थाना क्षेत्र स्थित कुरियाम गांव का रहने वाला है. उस पर सरकार ने पांच लाख रूपये का इनाम घोषित कर रखा था. लवलेश गंझू पर लातेहार, हेरहंज, जोबांग, मनिका, बालुमाथ व चंदवा थाना क्षेत्र में 50 मामले दर्ज हैं. उसने दूसरे के नाम पर ईएमआई पर एक वाहन भी खरीदा था. लेकिन उसके पास ईएमआई भरने के लिए पैसे नहीं थे. संगठन की स्थिति ठीक नहीं होने और संगठन के कमजोर पड़ने के कारण उसने अंत में सरेंडर करने का विचार किया.
2017 से लातेहार व लोहरदगा में लेवी वसूलने का करता था काम
पलामू जोनल आईजी सुनील भास्कर ने अन्य उग्रवादी व माओवादियों से भी आत्मसमपर्ण कर सरकार की पुर्नवास नीति का लाभ उठाने की अपील की. एसपी गौरव ने बताया कि जेजेएमपी का सुप्रीमो पप्पू लोहरा के कहने पर लवलेश गंझू साल 2017 में संगठन में शामिल हुआ था. वह संगठन में सब जोनल कमांडर था और लातेहार व लोहरदगा में लेवी वसूलने का काम करता था. वह एके-47 हथियार लेकर चलता था. लेकिन उसने अपना हथियार पार्टी में छोड़ दिया है.