Ranchi : वामदलों ने 17 जून को फिलिस्तीन के साथ देशव्यापी एकजुटता दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है. इस दिन, देशभर में विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें गाजा में इजरायली नरसंहार के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी और भारत सरकार से फिलिस्तीन के प्रति अपने रुख में परिवर्तन करने की मांग की जाएगी.
गाजा में इस्राइली नरसंहार की हकीकत
- - 55 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत : विगत 20 महीनों के दौरान, इजरायली बमबारी और सैनिक हमलों में 55 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला गया, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं.
- - आवश्यक बुनियादी ढांचे का विनाश : इन हमलों में आवश्यक बुनियादी ढांचे, अस्पतालों, स्कूलों और शरणार्थी कैंपों को जानबूझकर निशाना बनाया गया है.
भारत सरकार से मांग
- फिलिस्तीन के लिए समर्थन : भारत सरकार से मांग की जाएगी कि वह फिलिस्तीन के लिए अपने ऐतिहासिक समर्थन के अनुरूप एक सिद्धांतनिष्ठ रुख अपनाए और तुरंत इजराइल के साथ सभी सैन्य और सुरक्षा सहयोग समाप्त करे.
- मानवीय सहायता सुनिश्चित करें : भारत सरकार से मांग की जाएगी कि वह गाजा को मानवीय सहायता सुनिश्चित करें और अमानवीय घेराबंदी को खत्म करने के लिए तुरंत कदम उठाए.
वामदलों का एकजुटता प्रदर्शन
- देशव्यापी एकजुटता दिवस : वामदलों ने 17 जून को देशव्यापी एकजुटता दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है, जिसमें फिलिस्तीन के समर्थन में एकजुटता प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे.
- व्यापक भागीदारी का आह्वान : नरसंहार, रंगभेद और कब्जे के खिलाफ भारत के लोगों की आवाज को बढ़ाने के लिए एकजुटता प्रदर्शन में व्यापक भागीदारी का आह्वान किया गया है.