Kolkata : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर SIR प्रक्रिया को कुछ समय के लिए रोकने की गुहार लगाई है. ममता बनर्जी ने सीईसी ज्ञानेश कुमार को लिखा है कि मैं आपको लिखने के लिए विवश हूं क्योंकि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के कारण राज्य में स्थिति बेहद चिंताजनक हो गयी है.
West Bengal CM Mamata Banerjee writes to CEC Gyanesh Kumar - "...I am compelled to write to you as the situation surrounding the ongoing Special Intensive Revision (SIR) has reached a deeply alarming stage. The manner in which this exercise is being forced upon officials and… pic.twitter.com/n02aQ24eS3
— ANI (@ANI) November 20, 2025
Signs of Desperation from Mamata Banerjee!
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) November 20, 2025
Mamata Banerjee writing a letter to the Election Commission on 'halting the SIR exercise' is nothing short of an admission that TMC’s top leadership is rattled.
For years, TMC quietly benefited from illegal infiltration and bogus… pic.twitter.com/7ybkTtFQpj
अधिकारियों और नागरिकों पर इस अभ्यास((एसआईआर) में शामिल होने के लिए बाध्य किया जा रहा है. यह न केवल अनियोजित और अराजक है, बल्कि खतरनाक भी है. ममता बनर्जी ने लिखा कि SIR प्रक्रिया को बुनियादी तैयारियों, पर्याप्त योजना या स्पष्ट संचार की सुविधा के बिना पहले दिन से ही पंगु बना दिया है.
CM ने ज्ञानेश कुमार से अनुरोध किया है कि कृपया वे इस चल रही प्रक्रिया को रोकने, बलपूर्वक कार्रवाई बंद करने, उचित प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करें. ममता ने लिखा कि SIR की वर्तमान कार्यप्रणाली एवं समय-सीमा का गहन पुनर्मूल्यांकन करने के लिए CEC निर्णायक हस्तक्षेप करें.
ममता बनर्जी ने लिखा कि यदि अविलंब व्यवस्था को नहीं सुधारा गया, तो ,अधिकारियों और नागरिकों के लिए इसके परिणाम गंभीर होंगे.उन्होंने पत्र में लिखा कि चुनावी प्रक्रिया और हमारे लोकतांत्रिक ढांचे की अखंडता की रक्षा के लिए यह हस्तक्षेप न केवल आवश्यक है, बल्कि अनिवार्य जरूरी भी है.
मुझे विश्वास है कि आप बिना किसी देर किये इस पर ध्यान देंगे. यह हस्तक्षेप न केवल आवश्यक है बल्कि चुनावी प्रक्रिया और हमारे लोकतांत्रिक ढांचे की अखंडता की रक्षा के लिए अनिवार्य है.
मुख्यमंत्री ने जलपाईगुड़ी में बूथ-स्तरीय अधिकारी के रूप में तैनात एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की आत्महत्या का हवाला दिया, उन्होंने लिखा कि SIR प्रक्रिया शुरू होने के बाद से कई लोगों ने भी अपनी जान गंवाई है. ऐसे हालात में मैं आपसे तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई की अपील करती हूं
भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग को लिखे ममता बनर्जी के पत्र पर पलटवार किया. कहा कि टीएमसी अपने वोटरों का सपोर्ट खोने को लेकर परेशान है. राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने एक्स पर पोस्टकर CM की आलोचना की, कहा कि टीएमसी की टॉप लीडरशिप घबरा गयी है.
भंडारी ने लिखा कि सालों तक टीएमसी ने गैर-कानूनी घुसपैठ और फर्जी वोटरों से फायदा उठाया. जब SIR के ज़रिए अवैध एंट्री हटाई जा रही हैं, तो ममता घबरा रही हैं. IT सेल के हेड अमित मालवीय न कहा कि बनर्जी SIR प्रोसेस की शिकायत और ड्रामा करती रहेंगी, क्योंकि उन्हें पता है कि 2026 में भारी चुनावी हार का खतरा मंडरा रहा है
केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी हरसंभव SIR बंद करवाने की कोशिश में लगी हुई है. कहा कि12 राज्यों में SIR चल रहा है.
बिहार में SIR के बाद चुनाव हो गया है. किसी की भी मौत का मामला सामने नहीं आया है. सुकांत ने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि सिर्फ बंगाल में ही क्यों BLO प्रेशर में है?
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