New Delhi : अमेरिका की यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन (USCC) की 800 पन्नों की रिपोर्ट में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सनसनीखेज दावा किया गया है.
The US-China Economic and Security Review Commission has just submitted its annual report to the US Congress. The Commission set up jointly by the US Senate and House of Representatives has twelve independent members.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 20, 2025
The 2025 Annual Report is almost 800 pages long. The sections… pic.twitter.com/MrnQ8yMKRF
USCC की रिपोर्ट के अनुसार इस साल मई में भारत-पाकिस्तान के बीच चले चार दिन के संघर्ष में पाकिस्तान ने भारत पर बड़ी सैन्य कामयाबी हासिल की थी. पहलगाम हमले को आतंकी हमला नहीं मानते हुए लिखा है कि यह rebel attack था .
USCC की रिपोर्ट सामने आने पर कांग्रेस ने इस पर विरोध दर्ज किया है. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मोदी सरकार से सवाल पूछा है. उन्होंने कहा, क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस रिपोर्ट पर आपत्ति दर्ज कराते हुए विरोध जतायेंगे? जयराम रमेश ने इसे भारत की कूटनीति को बड़ा झटका करार दिया है.
जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा. USCC ने हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस को अपनी वार्षिक रिपोर्ट सौंपी है. अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा द्वारा संयुक्त रूप से गठित आयोग में बारह स्वतंत्र सदस्य हैं. 2025 की वार्षिक रिपोर्ट लगभग 800 पेज लंबी है. पृष्ठ 108 और 109 के अनुभाग बिल्कुल आश्चर्यजनक और समझ से परे हैं.
रमेश ने लिखा कि इसमें अप्रैल 2025 में पाकिस्तान द्वारा आयोजित पहलगाम आतंकी हमले को विद्रोही हमला बताया गया है. रिपोर्ट चार दिवसीय संघर्ष में भारत पर पाकिस्तान की सैन्य सफलता की बात करती है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने 60 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिन्दूर को रोक दिया है. पीएम मोदी ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है. अब अमेरिकी कांग्रेस के यूएस-चीन आर्थिक और सुरक्षा आयोग की यह रिपोर्ट आयी है जो भारत के लिए बिल्कुल अस्वीकार्य है.
क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय अपनी आपत्तियां और विरोध दर्ज करायेंगे? हमारी कूटनीति को एक और करारा झटका लगा है.
USCC रिपोर्ट की बात करें तो पाकिस्तान का दावा है कि उसने भारतीय वायु सेना के छह फाइटर जेट को मार गिराया. इनमें राफेल जेट भी शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार इससे राफेल की इमेज खंडित हुई. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि वास्तव में सिर्फ तीन भारतीय विमानों के गिराये जाने की पुष्टि हुई है.
USCC की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने भारत-पाकिस्तान युद्ध का इस्तेमाल अपने हित में किया और अपने आधुनिक हथियारों का लाइव वॉर में टेस्ट किया और दुनिया को दिखाया. रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने चीन से मिले HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम, PL-15 मिसाइलें और J-10 फाइटर जेट का इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया.
रिपोर्ट के अनुसार 2019–2023 के बीच पाकिस्तान के 82 फीसदी हथियार चीन से मिले हैं. रिपोर्ट कहती है कि युद्ध के बाद दुनियाभर में मौजूद चीनी दूतावासों ने चीनी हथियारों की तारीफ की. दुनिया को बताया कि पाकिस्तान ने चीनी हथियारों से भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत-पाकिस्तान सीजफायर के 5 माह बाद चीन ने इंडोनेशिया को 75 हजार करोड़ की 42 J-10C फाइटर जेट बेचने का सौदा किया.
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