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मनोहरपुर : बरंगा पंचायत भवन अक्सर रहता है बंद, ग्रामीणों के जरूरी कार्य अटके

Ganesh Kumar

Manoharpur  :  पंचायती राज व्यवस्था के तहत पंचायत को बेहतर बनाने के लिए एक ओर जहां केंद्र व राज्य सरकार प्रयासरत है. वहीं दूसरी ओर पंचायत कर्मियों की लापरवाही इस व्यवस्था को कमजोर कर रही है. ताजा मामला पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड का है. यहां बरंगा पंचायत भवन हर दिन नहीं खुलता है. जिसकी वजह से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पंचायत भवन अक्सर बंद रहने से ग्रामीणों के कई कार्य लंबित पड़े हैं. 

 

तीन-चार दिन खुलता वो भी समय पर नहीं

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत भवन सप्ताह में केवल तीन से चार दिन ही खुलता है और वह भी समय पर नहीं. मंगलवार को भी पंचायत भवन बंद रहा, जिससे ग्रामीणों के कई जरूरी काम लंबित रह गए. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन में मुखिया, पंचायत सचिव, मनरेगा रोजगार सेवक, पंचायत स्वयंसेवक और प्रज्ञा केंद्र संचालक की नियमित उपस्थिति होनी चाहिए, लेकिन भवन बंद रहने से ये सभी अनुपस्थित रहते हैं. 

 

बारिश के कारण नहीं खोला गया पंचायत भवन :  अमृता बाड़ा

मंगलवार को पंचायत भवन बंद रहने के संबंध में जब लगातार डॉट इन के संवाददाता ने पंचायत सचिव अमृता बाड़ा से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि बारिश होने के कारण आज पंचायत भवन नहीं खोला जा सका. हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहली बार की घटना नहीं है. पंचायत भवन अक्सर इसी तरह बिना सूचना के बंद रहता है. 

 

ग्रामीणों ने प्रशासन से की मांग

इस मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी शक्तिकुंज से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पंचायत भवन की गतिविधियों की नियमित निगरानी हो और कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए, ताकि आम जनता को सुविधा मिल सके और विकास योजनाएं प्रभावी तरीके से लागू हो सकें.