Chibasa : भाकपा माओवादियों ने ऑपरेशन प्रहार के खिलाफ 26 अप्रैल को संपूर्ण भारत बंद का ऐलान किया है. इस दौरान माओवादियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए रविवार की देर रात करीब ढ़ाई बजे हावड़ा-मुंबई मेन रेल मार्ग के लोटापहाड़ सोनुवा के बीच विस्फोट कर रेलवे ट्रक को उड़ा दिया है. नक्सलियों के द्वारा किए विस्फोट से करीब एक मीटर लंबे रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गयी है. वहीं, घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक पर पोस्टर बैनर भी छोड़ा है.
लंबे समय बाद नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को बनाया है अपना निशाना
पिछले कई साल बाद झारखंड में नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को अपना निशाना बनाया है. इस समय नक्सलियों ने विस्फोट किया उस वक्त कोई ट्रेन इस रेलवे ट्रैक पर नहीं आ रही थी. वरना बड़ी घटना हो सकती थी. घटनास्थल से बरामद बैनर में नक्सलियों ने लिखा है कि देशव्यापी किसान आंदोलन और विभिन्न जनसंघर्षों पर राजकीय दमन के खिलाफ आज भारत बंद हैं. वहीं रेलवे सुरक्षा बल व स्थानिय पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की जांच में जुट गई है.
ट्रेन का परिचालन ठप
अप लाइन मे 322/17-19 के पास हुई इस घटना के बाद ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया है. टाटानगर में साउथ बिहार और उत्कल खड़ी है और मनोहरपुर में अहमदाबाद और आजाद हिंद को रोका गया है. इसके अलावा हावड़ा-पुणे एक्सप्रेस, टाटा-एल्लेपी एक्सप्रेस, हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस और कई पैसेंजर ट्रेनें व मालगाड़ी जहां-तहां रोक दी गई है. सुबह से रेलवे ट्रैक को ठीक करने का काम जारी है.
26 अप्रैल को भारत बंद सफल करने का माओवादियों ने किया था आह्वान
झारखंड के खूंटी,गिरिडीह और चाईबासा जिले में माओवादियों ने रविवार को कई जगहों पर पोस्टरबाजी कर 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया था. माओवादियों के द्वारा किए गए पोस्टरबाजी में कहा गया है कि बिहार के गया जिले में एसपीओ द्वारा पीएलजीए के चार कमांडरों को जहर खिलाकर हत्या की और पुलिस ने मुठभेड़ का रंग देकर इसका प्रचार किया. इसके खिलाफ 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल करें. पोस्टरबाजी की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंच कर सभी पोस्टर को जब्त कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
पुलिसिया अभियान को लेकर बंद का ऐलान
भाकपा माओवादियों के खिलाफ चल रहे पुलिसिया अभियान के विरोध में संगठन ने भारत बंद का ऐलान किया है. भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने बीते 20 मार्च को प्रेस रिलीज जारी कर 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल बनाने की अपील की थी. माओवादियों ने लिखा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार के नेतृत्व में पांच राज्यों के पुलिस अधिकारियों की अक्टूबर 2020 में बैठक हुई थी, जिसमें 2021 के जून तक निर्णायक अभियान चलाने का निर्णय हुआ था. नक्सल आंदोलन को कुचलने के लिए हजारों की संख्या में सुरक्षा बलों को भेजा जा रहा है. छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से साजो समान पहुंचाया जा रहा है. इसके विरोध में 26 अप्रैल को भारत बंद बुलाया गया है. भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने लिखा था कि एक अप्रैल से लेकर 25 अप्रैल तक क्रांतिकारी प्रचार के साथ-साथ आंदोलन को जारी रखने का काम किया जाएगा. इस दौरान अलग-अलग जगह पर सरकार के दमन नीति के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाएगा.