Jamshedpur : एमजीएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल जमशेदपुर के MBBS-2022 बैच के छात्रों ने अपनी अकादमिक सेशन में हो रही लगातार देरी को लेकर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) को पत्र भेजकर हस्तक्षेप की मांग की है.
छात्रों का आरोप है कि 15 नवंबर 2022 को प्रवेश लेने के बाद से उनका शैक्षणिक कैलेंडर लगभग आठ महीने पीछे चल रहा है, लेकिन कॉलेज प्रशासन और कोल्हान विश्वविद्यालय ने अब तक समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है.
छात्रों ने बताया कि वे वर्तमान में तीसरे वर्ष में हैं, लेकिन उनके विश्वविद्यालय परीक्षा की तारीखों को लेकर कॉलेज की ओर से कोई सूचना या स्पष्टता नहीं दी जा रही है. वहीं, अन्य मेडिकल कॉलेजों के 2022 बैच की परीक्षएं दिसंबर-जनवरी तक आयोजित की जा चुकी हैं या निर्धारित हैं.
छात्रों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण उनके भविष्य पर सीधा खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि पिछली बैचों का सत्र भी एक वर्ष से अधिक देर से चला, जिससे उनका NEET-PG प्रयास भी प्रभावित हुआ.
छात्रों ने पत्र में लिखा है कि यदि सेशन की यह देरी इसी तरह जारी रही, तो उनका बैच भी पिछली बैचों की तरह एक साल पीछे हो जाएगा, और वे निर्धारित वर्ष में NEET-PG परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे. उन्होंने अपने दावे के समर्थन में NMC द्वारा जारी 2022 बैच के शैक्षणिक कार्यक्रम और विश्वविद्यालय की अब तक की परीक्षा तिथियों को भी संलग्न किया है.
छात्रों ने NMC से अनुरोध किया है कि वह कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश देकर उनकी परीक्षा और शैक्षणिक सत्र नियमित कराने की दिशा में तत्काल हस्तक्षेप करे.
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