Ranchi: झारखंड में मेडिकल शिक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम पहल करते हुए राज्य सरकार ने मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना का रास्ता साफ कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अनुभव और दूरदर्शी सोच आज पूरी तरह काम आ रही है. मेडिकल शिक्षा को लेकर जिस गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं, वह सराहनीय है.
डॉ. अंसारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हुई लगभग एक घंटे की महत्वपूर्ण बैठक के बाद मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की प्रक्रिया निर्णायक चरण में पहुंच गई है. उन्होंने विश्वास जताया कि यूनिवर्सिटी के गठन से राज्य में बड़ी संख्या में डॉक्टर तैयार होंगे, समय पर परीक्षाएं और परिणाम सुनिश्चित होंगे और वाइस चांसलर की नियुक्ति सहित सभी शैक्षणिक व्यवस्थाएं पारदर्शी और मजबूत होंगी.
उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे और युवा मुख्यमंत्री का विजन शिक्षा, युवा, इंजीनियरिंग और मेडिकल सेक्टर सहित हर क्षेत्र में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. इसके विपरीत, पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान शिक्षा और मेडिकल शिक्षा को लेकर गंभीरता का अभाव रहा, जिसका खामियाजा राज्य की जनता को भुगतना पड़ा. डॉक्टरों की कमी, फैकल्टी का अभाव और समय पर परीक्षा व परिणाम न होने जैसी समस्याओं ने झारखंड को वर्षों तक पीछे रखा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने कार्यों से इन कमियों का जवाब दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इच्छाशक्ति और दूरदर्शी नेतृत्व के कारण झारखंड को मेडिकल यूनिवर्सिटी मिलने जा रही है, जो आने वाले वर्षों में मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बनेगी.
डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को बेहतर बनाने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री से निरंतर मार्गदर्शन और सुझाव मिलते रहते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव अविनाश कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार का भी इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सहयोग रहा है.
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