Ranchi : जामताड़ा जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. शहर के गांधी मैदान में हजारों ब्लड जांच की शीशियां खुले में फेंकी पाई गई हैं. इन शीशियों में खून के अंश होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है.
प्रशासनिक लापरवाही पर गंभीर सवाल
गांधी मैदान जामताड़ा का प्रमुख सार्वजनिक स्थल है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों लोग टहलने, व्यायाम और खेलकूद के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में खुले में पड़ी खून जांच की शीशियां लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गया है. साथ ही यह प्रशासनिक लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
स्थानीय लोगों में नाराजगी
इस घटना को लेकर लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है और वे तत्काल सफाई व जांच की मांग कर रहे हैं.
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी : सिविल सर्जन
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. आनंद मोहन सोरेन ने कहा कि मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकना नियमों का उल्लंघन है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुझे बदनाम करने के लिए भाजपा की साजिश : इरफान
वहीं, इस घटना पर जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि यह पूरी तरह गलत है. मुझे लगता है कि यह भाजपा की साजिश हो सकती है, ताकि मुझे और मेरे क्षेत्र को बदनाम किया जा सके.
मंत्री ने कहा कि मैं स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बेहद गंभीर हूं और लगातार सुधार के प्रयास कर रहा हूं. बिना किसी षड्यंत्र के इस तरह की हरकत संभव नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पहले से सवालों के घेरे में
गौरतलब है कि हाल ही में चाईबासा में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ा दिया गया था, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पहले ही सवालों के घेरे में थी. अब जामताड़ा का यह मामला न केवल विभागीय लापरवाही को उजागर कर रहा है, बल्कि राजनीतिक बयानबाजी को भी हवा दे रहा है.
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