New Delhi : हैदराबाद हाउस में आज शुक्रवार को पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्वीपक्षीय बातचीत(23वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन) हुई. इसके बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पिछले आठ दशकों में इंसानियत के समक्ष कई तरह की चुनौतियां आयीं. दुनिया को मुश्किल दौर का सामना करना पड़ा. बावजूद इसके भारत-रूस की दोस्ती ध्रुव तारे की तरह हमेशा चमकती रही.पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन की भारत के प्रति गहरी मित्रता और अटूट प्रतिबद्धता के लिए आभार जताया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था करार देते हुए कहा कि रूस तेल की लगातार अबाधित आपूर्ति जारी रखने के लिए तैयार है. दोनों देश वाणिज्यिक लेन-देन में भुगतान को लेकर रुपये-रूबल के उपयोग की दिशा में काफी आगे बढ़ गये गये हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी सहित सभी भारतीय सहयोगियों को गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत जल्द ही रूसी नागरिकों के लिए 30 दिनों का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा और 30 दिनों का ग्रुप टूरिस्ट वीजा शुरू करेगा.
मोदी ने अक्टूबर में काल्मिकिया(रूस) में आयोजित इंटरनेशनल बौद्ध फोरम में लाखों श्रद्धालुओं द्वारा भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों के दर्शन करने का जिक्र किया. साथ ही विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में यह दोस्ती वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगी.
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर अपनी बात रखी, कहा कि भारत और रूस लंबे समय से आतंकवाद के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. पीएम ने आतंकवाद को मानवता के मूल्यों पर सीधा हमला बताया. कहा कि भारत और रूस के बीच UN, G20, BRICS, SCO सहित अन्य मंचों पर एकजुटता है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ एफटीए को अंतिम रूप देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने यूक्रेन मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा, भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है. इस समस्या का शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए हो रही हर कोशिश का स्वागत करेंगे.
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