Ranchi : मंगलवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय शुभारंभ रांची के संत अन्ना बालिका उच्च विद्यालय में किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन रांची के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने कक्षा 10 की छात्रा साक्षी तिर्की को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर किया.
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सिस्टर सेलिना बाड़ा, शिक्षिका गीता संतोष, सिविल सर्जन कार्यालय से डॉ. आर. पी. बरनवाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीण कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक प्रीति चौधरी सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे.
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कृमि संक्रमण को कम करना और एनीमिया की रोकथाम सुनिश्चित करना है.विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कृमि संक्रमण एक वैश्विक जनस्वास्थ्य समस्या है, बच्चों में कृमि की वजह से शारीरिक एवं बौद्धिक विकास प्रभावित होता है तथा उनके पोषण स्तर और हीमोग्लोबिन पर भी बुरा असर पड़ता है.
कृमिनाशक दवा से बच्चों को कई फायदे होते हैं. इससे एनीमिया की कमी होती है, पोषण स्तर में सुधार होता है, शारीरिक एवं मानसिक विकास बेहतर होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि इस अभियान के तहत रांची जिले में 1 से 19 वर्ष के लगभग 8,61,803 बच्चों और किशोर-किशोरियों को पेट के कीड़ों की दवा एल्बेंडाजोल (400 मिलीग्राम) नि:शुल्क खिलाए जाने का लक्ष्य है. यह दवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा स्वास्थ्यकर्मी द्वारा दी जाएगी.
1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली पानी के साथ चूर कर खिलाई जाएगी. 2 से 19 वर्ष के बच्चों को एक पूरी गोली चूर कर पानी के साथ खिलाई जाएगी. स्कूल न जाने वाले एवं गैर पंजीकृत बच्चों को यह दवा निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र में दी जाएगी.दवा का सेवन हमेशा भोजन के बाद ही करना है. खाली पेट किसी भी बच्चे को यह गोली नहीं दी जाएगी. वहीं, जिन बच्चों को बुखार है या वे किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें यह दवा नहीं दी जाएगी.राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान 16 सितंबर से 19 सितंबर 2025 तक चलेगा. इस अभियान के सफल संचालन के लिए जिले में व्यापक तैयारी की गई है
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