Ranchi : केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) में राष्ट्रीय कर्मयोगी वृहत स्तरीय जन सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. यह कार्यक्रम 9 से 17 सितंबर तक चलेगा, जिसमें विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों को भारत सरकार की मिशन कर्मयोगी पहल के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है.
कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास और कुलसचिव के कोसल राव ने संयुक्त रूप से किया. इस अवसर पर कुलपति ने उपस्थित प्राध्यापकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा एक कर्मयोगी बनकर ही हम देश को ऊंचाइयों तक लेकर जा सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप हमें एक आदर्श सरकारी कर्मचारी के रूप में जीवन जीते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देना है.
पांच चरणों में दिया जा रहा है प्रशिक्षण
कार्यक्रम के समन्वयक और मास्टर ट्रेनर डॉ बीबी मिश्रा ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण पांच चरणों में दिया जा रहा है, जिसमें शामिल हैं -
कर्मयोगी कार्यक्रम का परिचय
कर्मयोगी की परिभाषा
कर्मयोगी बनने के आंतरिक व बाह्य लाभ
कार्य के प्रति समर्पण और आत्म-संवेदनशीलता
कर्मयोगी के रूप में राष्ट्र निर्माण में सहभागिता
भारत सरकार द्वारा इस पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम की सक्रिय मॉनिटरिंग की जा रही है.
प्रशिक्षण में बढ़ रही है भागीदारी
कार्यक्रम के पहले दिन 20 प्राध्यापकों और दूसरे दिन 33 प्राध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया. सह-समन्वयक और मास्टर ट्रेनर डॉ प्रज्ञान पुष्पांजलि ने बताया कि 9 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान चार दिन प्रोफेसरों और तीन दिन शिक्षेत्तर कर्मचारियों का प्रशिक्षण होगा.इस कार्यक्रम में अन्य मास्टर ट्रेनर – अब्दुल हलीम (उपकुलसचिव) और डॉ भगवती देवी भी शामिल हैं, जो वीडियो ट्यूटोरियल और संवाद सत्रों के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन दे रहे हैं.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.
Leave a Comment