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IIT ( ISM) धनबाद में स्मार्ट सॉल्यूशंस फॉर एनवायरनमेंटल एप्लिकेशंस पर राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ

Dhanbad :  IIT ( ISM ) धनबाद में शुक्रवार को स्मार्ट सॉल्यूशंस फॉर एनवायरनमेंटल एप्लिकेशंस विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला की शुरुआत हुई. यह वर्कशॉप द इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) (आईईआई) धनबाद लोकल सेंटर और ईआईएसीपी (एनवायरनमेंटल इंफॉर्मेशन, अवेयरनेस, कैपेसिटी बिल्डिंग एंड लाइवलीहुड प्रोग्राम) सेंटर, पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है.

 

उद्घाटन सत्र संस्थान के i2h बिल्डिंग में हुआ जिसमें नगर आयुक्त रविराज शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. प्रभुनाथ यादव, निदेशक एवं वैज्ञानिक ‘ई’, ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस), और अमरतनशु श्रीवास्तव, प्रबंधक (पर्यावरण), भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) विशिष्ट अतिथि रहे. सत्र की अध्यक्षता आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने की. 

 

उद्घाटन सत्र में वर्कशॉप प्रोसीडिंग्स का विमोचन किया गया जिसमें 42 शोध सारांश शामिल हैं. इनमें 22 प्रमुख वक्ताओं के पेपर देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थान जैसे आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी पटना, एसवीएनआईटी सूरत, बीआईटी सिंदरी, बीआईएस, टीसाइड यूनिवर्सिटी (यूके) और झारखंड सरकार के जल संसाधन विभाग से हैं.

 

इसके अलावा 20 शोधार्थी आईआईटी (आईएसएम), एनआईएएमटी रांची, बीआईटी सिंदरी और आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज, आगरा से अपने शोध प्रस्तुत कर रहे हैं. वर्कशॉप के तहत छह तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे जिनमें स्मार्ट एनवायरनमेंटल मॉनिटरिंग, वायु एवं जल प्रदूषण नियंत्रण, अपशिष्ट प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन शमन और नीति आधारित सामुदायिक भागीदारी जैसे विषयों पर चर्चा होगी.

 

कार्यक्रम में वर्कशॉप संयोजक प्रो आलोक सिन्हा, प्रमुख, पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग ने स्वागत संबोधन में कहा कि तकनीक और सहयोग के माध्यम से ही पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान संभव है.

 

सह-संयोजक प्रो सुनील कुमार गुप्ता और प्रो. सुरेश पंडियन, साथ ही प्रो विश्वजीत पॉल, मानद सचिव, आईईआई धनबाद लोकल सेंटर ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया और टिकाऊ विकास के लिए इंजीनियरिंग नवाचारों की भूमिका पर बल दिया.

 

वहीं, मुख्य अतिथियों ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यावरण प्रबंधन में तकनीक आधारित समाधान और जनसहभागिता समय की मांग है. उन्होंने मिशन लाइफ (Lifestyle for Environment) पहल की सराहना करते हुए इसे टिकाऊ विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया.

 

यह कार्यशाला 1 नवंबर 2025 तक चलेगी जिसमें कीनोट लेक्चर, तकनीकी पेपर प्रस्तुतिकरण और इंटरएक्टिव डिस्कशन होंगे. इस आयोजन को ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस), भारत सरकार ने गोल्ड स्पॉन्सर के रूप में सहयोग दिया है.

 

जबकि एंजोटेक लिमिटेड (संबलपुर, ओडिशा) और सर्जिवेयर लिमिटेड (शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश) सिल्वर स्पॉन्सर हैं. अदिति इन्फोटेक (नागपुर) और रितिका एंटरप्राइजेज (धनबाद) ने सपोर्टिंग पार्टनर्स के रूप में योगदान दिया है.

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