New Delhi : नौ सेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने आज कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है. वे आज मंगलवार को दिल्ली में नौ सेना की वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. बता दें कि हर साल 4 दिसंबर को नेवी डे धूमधाम से मनाया जाता है. इससे दो दिन पहले नौ सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि मई 2025 में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी नेवी के खिलाफ मजबूत घेराबंदी की थी.
ऑपरेशन सिंदूर के कारण पाकिस्तान नौसेना अपने युद्धपोतों बंदरगाहों से बाहर निकालने की हिम्मत नहीं जुटा पायी. पाकिस्तान नौसेना अरब सागर के पास मकरान तट तकसीमित रहने को विवश हो गयी. कहा कि उत्तरी अरब सागर में कैरियर बैटल ग्रुप की तैनाती के कारण दुश्मन एक इंच भी हिलने नहीं पाया.
एडमिरल ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमारी नौसेना का रुख आक्रामक था हमने उत्तरी अरब सागर में 36 से ज्यादा जहाजों और पनडुब्बियों को तैनात किया था. डर से पाक नौसेना समुद्र में उतरने का साहस नहीं जुटा पायी. नौ सेना प्रमुख के अनुसार पिछले 7-8 महीने से पश्चिमी अरब सागर में भारतीय नौ सेना के ऑपरेशन लगातार चल रहे हैं.
ऑपरेशन के डर से पाकिस्तान की ओर जाने वाले व्यापारी जहाजों की संख्या कम हुई हैं.दुनिया भर में कई प्रमुख शिपिंग कंपनियों ने पाकिस्तानी बंदरगाहों से परहेज करना शुरू कर दिया है. इस रूट पर जाने वाले जहाजों की बीमा राशि का कॉस्ट बढ़ गया है. इस कारण पड़ोसी देश(पाकिस्तान) पर वित्तीय दबाव बढ़ा है.
एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि नशीली दवाओं की तस्करी रोकने के अभियान में नेवी यूनिट्स काफी सफल रही है. पिछले साल नेवी अन्य राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर 43,300 करोड़ के ड्रग्स जब्त कर चुकी है. उन्होंने कहा कि प्रथम रिस्पॉन्डर के रूप में हम अपनी जिम्मेदारियां बहुत प्रभावी तरीके से निभा रहे हैं. हमें इस पर गर्व है.
नेवी चीफ ने कहा कि साइक्लोन दितवाह के कारण श्रीलंका को भारी नुकसान हुआ. उसकी मदद के लिए भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु चलाया. हमारी नौसेना ने तुरंत राहत भेजी. बताया कि INS विक्रांत और INS उदयगिरी ने वहां 12 टन राहत सामग्री पहुंचाई. इसके अलावा INS सुकन्या ने त्रिंकोमाली में 10-12 टन राहत सामग्री भेजी INS विक्रांत के हेलिकॉप्टरों ने बाढ़ में फंसे कई लोगों को बचाया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेवी चीफ ने दो महिला अफसरों का जिक्र किया. उन्होंने लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा की तारीफ की. जानकारी दी कि इन दोनों महिला अधिकरियों ने 2 अक्टूबर 2024 से 29 मई 2025(240 दिन) के बीच में 23,400 समुद्री मील की विश्व परिक्रमा सफलतापूर्वक पूरी की.
नेवी चीफ ने बताया कि महिला अफसरों ने इस यात्रा में चार महाद्वीप, तीन महासागर सहित तीन प्रमुख केप- केप ऑफ गुड होप, केप लीविन और केप हॉर्न (खतरनाक समुद्री मोड़) को पार किया. जानकारी दी कि पूरे विश्व में अब तक लगभग 1900 नाविक ही इस तरह की यात्रा पूरी कर पाये हैं.
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