Dhanbad : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या मामले में हाल ही में आए फैसले के बाद शहर में नाराजगी और असंतोष का माहौल है. सोमवार को सरायढेला स्थित घटना स्थल पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. यह वही जगह है जहां 21 मार्च 2017 को नीरज सिंह, अशोक यादव, घलटु महतो और मुन्ना तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
श्रद्धांजलि सभा के बाद धनबाद जस्टिस फॉर नीरज संगठन की ओर से पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कैंडल मार्च निकाला गया. यह मार्च जिला परिषद से रणधीर वर्मा चौक तक गया. इसमें बड़ी संख्या में समर्थक और स्थानीय लोग शामिल हुए. मार्च का नेतृत्व नीरज सिंह की पत्नी व झरिया की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह कर रही थी.
आखिरी सांस तक जारी रहेगी इंसाफ की लड़ाई : पूर्णिमा नीरज सिंह
कैंडल मार्च के दौरान भावुक हुईं पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि यह सिर्फ मेरे पति नीरज सिंह का नहीं, बल्कि अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और घलटू महतो का भी इंसाफ का सवाल है. इंसाफ के लिए मैं आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रखूंगी.
दोषियों को सजा दिलाने के लिए हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाऊंगी. न्यायपालिका से न्याय नहीं मिला लेकिन मैं हार नहीं मानूंगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस हत्याकांड ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है.
बच्चों को अनाथ और पत्नियों को विधवा कर दिया. बावजूद इसके दोषियों को सजा नहीं मिलना न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. उन्होंने एक बार फिर सीबीआई जांच की मांग दोहराई और कहा कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
गौरतलब है कि 27 अगस्त को एमपी-एमएलए कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में पूर्व विधायक संजीव सिंह समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. फैसले के बाद से नीरज सिहं के समर्थकों में आक्रोश और असंतोष लगातार देखा जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च के दौरान सरायढेला इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी.
Leave a Comment