Ranchi : नेशनल नेफ्रो क्रिटिकल केयर की दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शनिवार को रांची में हुई. राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार यह आयोजन हुआ है. इस कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के करीब 200 विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हुए. कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में पहला नेफ्रो क्रिटिकल केयर कांफ्रेंस का आयोजन किया गया है. यह राज्य के लिए खुशी की बात है. नेशनल नेफ्रो क्रिटिकल केयर कॉन्फ्रेंस राज्य के लोगों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. कहा कि डॉक्टर का अनुभव तो नहीं है, लेकिन मरीजों के साथ रहने का अनुभव जरूर है. राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी और बेहतर करने की जरूरत है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड से एयर एंबुलेंस की सुविधा शुरू करने की तैयारी चल रही है. एक सप्ताह के अंदर यह सेवा शुरू की जायेगी. लोगों को कम कीमत पर इसका लाभ मिल सकेगा. (पढ़ें, सेना भूमि घोटाला : व्यवसायी विष्णु अग्रवाल और दो अधिकारियों से ईडी ने की पूछताछ)

देवघर में एम्स बना लेकिन ओपीडी से आगे नहीं बढ़ सका
सीएम ने कहा कि मेडिकल सर्किट को एक दूसरे से कनेक्ट करने की जरूरत है. देवघर में एम्स बन गया है लेकिन ओपीडी से आगे नही बढ़ पाया है. ग्रास रुट पर काम करने की जरूरत है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी जेनरिक दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने की योजना पर सरकार काम कर रही है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतर स्वास्थ सुविधा देने का आश्वन किया. स्वास्थ्य के क्षेत्र में इस राज्य को मदद करने के लिए दुनिया के नामचीन हस्ती अजीम प्रेमजी झारखंड के साथ जुड़ने जा रहे हैं. उन्हें 300 एकड़ जमीन दी है. अजीम प्रेमजी एक मेडिकल कॉलेज भी शुरू करने वाले हैं.
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जिला अस्पताल में भी होगी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को नॉर्थ ईस्ट का मेडिकल हब बनायेंगे. ताकि बिहार और बंगाल के लोगों को इलाज के लिए दक्षिण भारत की तरफ ना जाना पड़े. जिला अस्पतालों में 24×7 स्पेशलिस्ट डॉक्टर रहे, सरकार ऐसी तैयारी करने जा रही है. अपोलो अस्पताल चेन्नई भी यहां हॉस्पिटल शुरू करेंगे. स्मार्ट सिटी में उन्हें जगह दी गयी है.
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कॉन्फ्रेंस को इन लोगों ने किया संबोधित
ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ अमित कुमार ने कहा कि दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में नेफ्रोलॉजी और क्रिटिकल केयर से संबंधित जानाकरी साझा की जायेगी. इससे झारखंड के लोगों को अपने राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी. वहीं ईस्ट जोन के सेक्रेटरी डॉ अशोक कुमार बैद्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड विकास के पथ पर अग्रसर है. हमें खुशी है कि सीएम ने अपना कीमती समय इस कॉन्फ्रेंस को दिया है. कहा कि बदलते समय के साथ चिकित्सा पद्धति में बदलाव हुआ है. अब किडनी के मरीजों का भी सरकारी योजना के तहत इलाज हो रहा है. हर राज्य में किडनी के मरीजों को इम्युनो सेपरेशन मिलता है. ऐसी व्यवस्था झारखंड में भी होनी चाहिए. झारखंड में ट्रांसप्लांट कमिटी बनने से राज्यवासियों के लिए किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया और ज्यादा सुलभ हो जायेगी.
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सीएम ने इन डॉक्टरों को द्रोणाचार्य अवार्ड देकर किया सम्मानित
डॉ राजकुमार, डॉ अर्पिता रॉय चौधरी, डॉ प्रदीप कुमार भट्टाचार्य, डॉ विनोद सिंह, डॉ प्रमोद कुमार गुरु, डॉ अशीत और डॉ वैलेंटाइन लोबो को सीएम ने द्रोणाचार्य अवार्ड देकर सम्मानित किया. वहीं डॉ विवेकानंद झा को प्राइड ऑफ झारखंड अवॉर्ड से नवाजा गया.
आयोजन में इन लोगों ने निभायी अहम भूमिका
ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ अमित कुमार, डॉ घनश्याम सिंह, डॉ पीएन सिंह, डॉ एके बैद्य, डॉ तपाश, डॉ राश कुजूर समेत अन्य लोगों ने नेशनल नेफ्रो क्रिटिकल केयर कॉन्फ्रेंस के आयोजन में अहम भूमिका निभायी.


