Saurav Singh
Ranchi : झारखंड में नये – नये उग्रवादी संगठन पनप रहे है. हाल के महीनों में तीन नए उग्रवादी संगठन की गतिविधि सामने आई है. जिनमें जेएसपीसी, न्यूज जेपीसी और झारखंड क्रांति मोर्चा संगठन की गतिविधि सामने आई है. ये सभी संगठन हत्या और पोस्टरबाजी कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे है.
झारखंड में छह छोटे बड़े उग्रवादी संगठन है सक्रिय
झारखंड में बड़े नक्सली संगठनों से टूट कर बने छोटे उग्रवादी संगठन पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं. वर्तमान में झारखंड में छह छोटे बड़े उग्रवादी संगठन सक्रिय है. जिनमें पीएलएफआई, टीपीसी, जेजेएमएपी, एसजेएमएस, एसपीएम और आरसीसी शामिल है. हालांकि इस सभी उग्रवादी संगठनों में पीएलएफआई, टीपीसी, जेजेएमएपी की सक्रियता है. बाकी उग्रवादी संगठन की गतिविधि खत्म हो गई है.
हजारीबाग के मयातु में जेएसपीसी संगठन ने पोस्टर चिपका कर मांगी थी लेवी
हजारीबाग जिले के कटकमदाग प्रखंड के मयातु गांव में उग्रवादी संगठन जेएसपीसी ने बीते आठ मई को पोस्टरबाजी कर छह लोगों से पांच-पांच लाख रुपये की मांग की थी. बताया जाता है कि इलाके में ऐसे संगठन पहले नहीं देखे गए थे.
न्यू जेपीसी संगठन के उग्रवादियों ने की थी परमेश्वर साव की हत्या
बीते 17 जनवरी को चतरा सिमरिया थाना क्षेत्र के पीरी बाजार में परमेश्वर साव की हत्या मामले में पुलिस ने न्यू झारखंड प्रस्तुति कमेटी के पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया था. पांचों ने जेल में बंद रहने के दौरान ही परमेश्वर साव की हत्या की प्लानिंग की थी. सभी जेल से बाहर निकलने के बाद अपने साथियों के साथ न्यू जेपीसी नामक उग्रवादी संगठन बनाया. ये सभी पहले JPC से जुड़े हुए थे. ये क्षेत्र में दहशत फैलाकर लेवी (रंगदारी) वसूलने का काम कर रहे थे. सभी ने 17 जनवरी को पीरी बाजार में परमेश्वर साव की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
झारखंड क्रांति मोर्चा ने ठेकदारों को दी फौजी कार्रवाई की चेतवानी
झारखंड क्रांति मोर्चा के सुप्रीमो सौरभ ने 12मई को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था. जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि, हमारी संगठन मजदूर, किसान के आंदोलन को तेज करेगी. गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा ,चतरा, गुमला और सिमडेगा के सभी बीड़ी पत्ता के ठेकेदारों को सूचित किया जाता है, कि बीड़ी पत्ता तोड़ने वाले मजदूरों को खाने-पीने और दवाई की व्यवस्था कराएं. अगर इतनी व्यवस्था मजदूरों को नहीं मिली तो झारखंड क्रांति मोर्चा संगठन फौजी कार्रवाई करेगी सभी ठेकेदारों पर.