Riyadh : पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच एक डिफेंस डील होने की खबर है. इसका मतलब यह कि दोनों में से यदि किसी भी देश पर हमला किया गया तो उसे दोनों देशों पर हमला माना जायेगा. यह समझौता होते ही भारत के कान खड़े हो गये हैं. क्योंकि भारत ने मई में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर हमला किया था.
Saudi Arabia, Pakistan ink defence agreement stating 'attack on either to be considered attack on both'
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'Will study implications for our national security, regional, global stability': MEA on Saudi-Pak defence pact
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जानकारी के अनुसार अनुसार इस समझौते पर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने बुधवार को हस्ताक्षर किये. शहबाज शरीफ सऊदी अरब की एक दिवसीय यात्रा पर थे. अहम बात यह है कि यह डील कतर में हमास नेताओं पर इजराइली हमले के कुछ दिन बाद की गयी है.
दोनों देशों के संयुक्त बयान में कहा गया है, यह समझौता दोनों देशों की अपनी सुरक्षा बढ़ाने और क्षेत्र तथा विश्व में सुरक्षा एवं शांति प्राप्त करने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है. दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के पहलुओं को विकसित करने सहित किसी भी आक्रमण के विरुद्ध संयुक्त प्रतिरोध को मजबूत करने का लक्ष्य रखता है.
बयान में कहा गया है कि यह समझौता सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच लगभग आठ दशक से चली आ रही ऐतिहासिक साझेदारी पर आधारित है, और यह भाईचारे और इस्लामी एकजुटता के बंधनों पर आधारित है.
इस घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज गुरुवार को टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर इस कदम के प्रभावों का अध्ययन करेगा.
शहबाज शरीफ ने सोशल मीडिया पर गुरुवार को अपने पोस्ट मेंकहा कि उनकी बातचीत में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, क्षेत्रीय चुनौतियों की समीक्षा की गयी और द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर बात हुई
अहम बात यह है कि शहबाज शरीफ की एक सप्ताह में खाड़ी क्षेत्र की तीसरी यात्रा थी. इससे पूर्व उन्होंने कतर के दौरे पर दो बार गये थे, जिससे खाड़ी देश में इजराइली हमले के बाद दोहा के साथ एकजुटता व्यक्त की जा सके.
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