Ranchi : संत अन्ना की पुत्रियों के धर्म संघ की उन्नीस धर्मबहनों ने शुद्धता, निर्धनता और आज्ञापालन का प्रथम व्रत धारण कर ईश्वर को अपना जीवन समर्पित किया. समारोह संत अन्ना जेनेरालेट सभागार में संपन्न हुआ. मध्यप्रदेश प्रोविंस से आठ, रांची से आठ, जलपाईगुड़ी से दो और गुमला से एक धर्मबहन ने व्रत ग्रहण किया.
मिस्सा के मुख्य अनुष्ठाता हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप आनंद जोजो थे, जबकि फादर बिशु आइंद और फादर विकास बड़ा सह-अनुष्ठाता रहे. सुपीरियर जेनेरल सिस्टर लिली ग्रेस टोपनौ, विभिन्न प्रोविंशियल सुपीरियर्स और बड़ी संख्या में धर्मबहनें, पुरोहित तथा परिवार उपस्थित थे. प्रथम पाठ सिस्टर मगदली जामुदा, द्वितीय पाठ सिस्टर अंजना हेमरोम और सुसमाचार पाठ फादर बिशु ने किया.
प्रवचन में बिशप जोजो ने प्रभु के बुलावे और पूर्ण समर्पण को जीवन का आधार बताया. प्रवचन के बाद धर्मबहनों ने व्रत उच्चारित किया. अंत में स्वागत-गान, नृत्य और बधाई गीतों के साथ समारोह का समापन हुआ, तथा सिस्टर नेकलता बेक और सिस्टर अनुशंका मिंज ने आभार जताया.
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