Ranchi : कृष्ण जन्माष्टमी के साथ राजधानी में झूला बाजार में खूब खरीदारी हो रही है. भगवान श्रीकृष्ण के लिए सजाए जाने वाले झूलों की मांग इस बार पहले से कहीं अधिक है. दुकानों पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. विभिन्न प्रकार के झूले बाजार में बिक रहे हैं.
इस वर्ष बाजार में 20 से 22 तरह के झूले तैयार किए गए, जिनकी कीमत 800 रुपये से लेकर 3200 रुपये तक रही है. महंगे और आकर्षक झूलों में फाइबर व लकड़ी के बने झूले, मोतियों की माला से सजे झूले, मंदिर और घर की आकृति वाले झूले, नाव जैसे विशेष डिजाइन वाले झूले लोगों के बीच खूब पसंद किए गए. वहीं कई भक्तों ने अपने घरों के लिए छोटे और सुंदर झूले खरीदे. जिनकी कीमत 1000 रुपये के आसपास रही है.
झूलों को प्लास्टिक और कृत्रिम फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया
झूलों की सजावट में इस बार भी आस्था और भक्ति का अनोखा संगम दिखने को मिल रहा है. झूलों को गुलाब, जरबेरा, लिली, मोरपंख, सफेद और लाल गुलाब जैसे फूलों से सजाया गया है. कई पालकियों में ताजगी भरे असली फूलों का प्रयोग किया गया है. कुछ झूलों को प्लास्टिक और कृत्रिम फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है.
झूला बाजार में इस बार घर में बने झूलों का भी क्रेज बढ़ा है. भक्त अपने घरों में ही भगवान श्रीकृष्ण के लिए झूले तैयार कर रहे हैं. उन्हें मोतियों की माला, रंग-बिरंगे फूल और पारंपरिक आभूषणों से भी सजा रहे हैं. श्रद्धालुओं ने बताया कि झूला सजाना है, उसे भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित करना है. जन्माष्टमी पर झूला सजाकर नंदलाल को उसमें विराजमान किया जाएगा.
उन्हें झुलाया जाएगा. आरती उतारी जाएगी. बाजार भक्ति और उल्लास से भरा हुआ है. दुकानदारों ने बताया कि इस वर्ष झूलों की बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी हुई है और जन्माष्टमी के अवसर पर हर घर, हर मंदिर और हर पंडाल में श्रीकृष्ण के लिए सजे-धजे झूले भक्तिभाव से विराजमान होंगे.
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