Lagatar Desk : चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस पर विपक्षी दलों ने बीजेपी और आयोग पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही कई सवाल उठाए हैं. विपक्षी दलों का कहना है कि यह प्रेस कांफ्रेंस बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए की गई थी और इससे संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को ठेस पहुंची है.
लोकतंत्र खत्म होने की कगार पर है : अवधेश प्रसाद
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि देश में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म होने की कगार पर है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके नेता अखिलेश यादव ने 18,000 वोट कटने की जानकारी हलफनामे के साथ चुनाव आयोग को दी थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली स्थिति है : गुरजीत सिंह औजला
वहीं, कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है और वे देश के साथ कोई अन्याय नहीं होने देंगे. उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि आयोग ऐसा व्यवहार कर रहा है, जैसे राहुल गांधी ही चुनाव आयोग हों. औजला ने कहा कि यहां उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली स्थिति है, क्योंकि गलती आयोग की है और वह राहुल गांधी से हलफनामा मांग रहा है. उन्होंने चुनाव आयोग से ही हलफनामा देने की मांग की.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कांफ्रेंस कर पद की गरिमा को किया कमजोर : गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने बीजेपी से उसी तरह का अनुरोध क्यों नहीं किया, जब उन्होंने भी एक प्रेस कांफ्रेंस की थी. गोगोई ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ कांग्रेस जैसा व्यवहार नहीं कर रहा है और मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कांफ्रेंस करके अपने पद की गरिमा को कमजोर किया है.
वोट चोरी के आरोप लगे हैं तो चुनाव आयोग को सबूत देने चाहिए : डिंपल यादव
समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसमें माफी मांगने का कोई सवाल है, क्योंकि अगर नेता प्रतिपक्ष को लगता है कि वोट चोरी हो रहे हैं तो चुनाव आयोग को सबूत लेकर आना चाहिए कि ऐसा नहीं हो रहा है.
डिंपल यादव ने आगे कहा किअखिलेश यादव ने 18 हजार ऐसे मतदाताओं के हलफनामे भी दिए हैं, जिनके नाम कट गए या जो चुनाव आयोग की खामियों की वजह से वोट नहीं दे पाए, हलफनामे के बावजूद प्रेस में आकर झूठ बोलना अपने आप में एक प्रश्नचिह्न खड़ा करता है.
चुनाव आयोग भाजपा आयोग बनकर राजनीति कर रहा : मृत्युंजय तिवारी
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह लोकतंत्र है और देश संविधान से चलेगा. लोकतंत्र में अगर मुख्य चुनाव आयुक्त लोकसभा में विपक्ष के नेता को इस तरह चुनौती देते हैं और भाजपा की भाषा बोलते हैं, तो जनता भी इस गोदी आयोग को करारा जवाब देने के लिए तैयार है. चुनाव आयोग भाजपा आयोग बनकर राजनीति कर रहा है. वे अनुराग ठाकुर पर कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं. चुनाव आयोग बेनकाब हो गया है.
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