- सत्ता पक्ष ने किया स्वागत
- विपक्ष ने दी मिलीजुली प्रतिक्रिया
NewDelhi : एनडीए द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. भाजपा और सहयोगी दलों ने सत्तारूढ़ गठबंधन के इस फैसले पर जहां स्वागत योग्य निर्णय बताया है. वहीं विपक्षी खेमे से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह एक बहुत ही स्वागत योग्य कदम है. सी.पी. राधाकृष्णन एक विद्वान व्यक्ति हैं, जिन्हें संसदीय मर्यादा की गहरी समझ है. पूरी उम्मीद है कि वे न केवल उपराष्ट्रपति के रूप में, बल्कि राज्यसभा के सभापति के रूप में भी गरिमा प्रदान करेंगे. अगर सभी दल साथ आते हैं तो सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बनता है. अब सभी दलों को निर्णय लेना है.
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि देश में कुछ पद ऐसे हैं, चाहे वह राष्ट्रपति हों, उपराष्ट्रपति हों, लोकसभा अध्यक्ष हों, इन पर आम सहमति होना बेहतर है. हमारे पास अभी पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन इतना मानते हैं कि दक्षिण भारत के लोग काबिल और समझदार होते हैं. चुनाव आयोग पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा किबचने की कोशिश में वे इधर-उधर बातें करते हैं, दुनिया जानती है कि चुनाव आयोग की सूची में कई गड़बड़ियां हैं.
TDP सांसद कृष्ण प्रसाद टेनेटी ने कहा कि यह बहुत ही स्वागत योग्य है. राधाकृष्णन अत्यंत अनुभवी प्रशासक हैं. उनके पास अपार अनुभव है और वे समाज, विशेषकर हाशिए पर पड़े वर्ग के लिए अपनी सेवाओं के लिए जाने जाते हैं.
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राधाकृष्णन पिछले एक वर्ष से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. वे पूर्व में सांसद और झारखंड के राज्यपाल भी रह चुके हैं. अगर वे चुने जाते हैं तो उम्मीद है कि उपराष्ट्रपति पद की गरिमा बहाल होगी. जहां तक INDIA गठबंधन की बात है, वह सामूहिक रूप से इस पर निर्णय लेगा.
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि सी.पी. राधाकृष्णन का व्यक्तित्व बहुत ही संतुलित है. अगर महाराष्ट्र के राज्यपाल उपराष्ट्रपति बनते हैं तो हमें खुशी होगी, लेकिन चुनाव तो होगा. इस पर INDIA गठबंधन निर्णय लेगा. मैं नहीं कह सकता कि वह क्या निर्णय लेगा. साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश में इससे भी बड़ा मुद्दा चल रहा है और वह वोट चोरी का है, जिससे ध्यान नहीं भटकाना चाहिए.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद खाली है, तो किसी न किसी को बनना ही था. एक उपराष्ट्रपति थे, वे कहां हैं. अब नए बनेंगे, अच्छी बात है. हम क्या निर्णय लेंगे, यह अलग बात है.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि INDIA गठबंधन के नेताओं ने इस पर प्रारंभिक चर्चा की है और संभावना है कि आम सहमति बनेगी. जल्द ही इस पर फैसला सार्वजनिक किया जाएगा.
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